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अपराध-जालसाज गिरफ्तार दो अंतिम लखनऊ

श्री मिश्र ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में गिरोह सरगना हरिओम सैनी है जो बजाज एलियांज लाइफ इंश्योरेंश कम्पनी का पूर्व सेल्स मैनेजर है। इसके खिलाफ 2016 में इसी तक जालसाली का मुकदमा दर्ज कराया था । इस मुकदमें
मे मैं वह तीन महीने जेल मे रहा। इसके बाद जब से वह जेल से बाहर आया तभी ‘आनलाइन’ बीमा पालिसी करा रहा है। मुरादाबाद के आस पास के शहरों के मृत व्यक्तियों के बारे मे जानकारी करके उनके जानने वाले व्यक्ति के माध्यम से हम जीवन बीमा करा देते है, फिर कुछ महीने बाद उसका कूटरचित दस्तावेजों के माध्यम से ‘क्लेम’ लगाकर बीमित
धनराशि मिलने पर आपस मे एजेंट, सेल्स मैनेजर, इनवेस्टीगेटर व नामिनी आदि में बांट लेते है। हम लोग ज्यादातर फर्जी नाम पते पर खोले गये बैंक खातों मे ‘क्लेम’ का भुगतान कराते है। मृत लोगों का बीमा कराने के गिरोह मुरादाबाद के अतिरिक्त काशीपुर उत्तराखण्ड व मेरठ में भी सक्रिय है।
उन्होंने बताया कि गिरोह सरगना हरिओम सैनी ने पूछताछ में यह भी बताया कि इस काम के अतिरिक्त वह अंकित चौधरी और अनुज कुमार के साथ मिलकर बैंक के कर्मचारियों के माध्यम से बैंक खातों का विवरण देकर पुरानी सिम बंद कराकर नयी सिम निकलवाकर लेते है। उसी मोबाइल नम्बर से आसानी से फर्जी नाम पते पर खोले गये बैंक खातों मे रूपया ‘ट्रांसफर’ करा लेते हैं। इस काम के लिए गिरोह के सम्पर्क मे दिल्ली व चंडीगढ के कुछ ‘हैकर’ हैं जिनके पासक्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड व बैंक खातों की डिटेल है, जिसका प्रयोग इन्हें कार्ड ‘क्लोन’ बनाने व खाते से रूपया ‘ट्रांसफर’ करने मे करना था।
श्री मिश्र ने बताया कि गिरफ्तार अनुज कुमार जो लगभग दो साल पहले जाली नोट दिखाकर ठगी करने के अरोप में थाना पाकवाड़ा पर दर्ज मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है। वर्तमान में वह जनसुविधा केन्द्र चलाता है, वो
कम्प्यूटर का जानकार है और एचडीएफसी बैंक का बैंक मित्र है। अनुज जनसुविधा केन्द्र पर आने वाले लोगों की ‘आईडी’ को ‘स्कैन’ कर लेता है, जिसका प्रयोग हम फर्जी बैंक खाते खोलने व सिम खरीदने में करते है। उन्होंने बताया कि
प्रमोद कुमार ने पूछताछ पर बताया कि उसने 2003 से 2011 तक पल्र्स इंडिया में एजेंट के तौर पर ग्राहकों का 30 से 35 लाख जमा कराया पर कम्पनी बंद होने के बाद 2015 से 2017 तक बजाज एलियांज कम्पनी में सेल्स मैनेजर के
पद पर कार्यरत रहा। पल्र्स में जमा कराये गये ग्राहकों का रूपया वापस करने के लिए ग्राहक दबाव बना रहे थे, जिस कारण उसने कुछ मृत व्यक्तियों के नाम पर जीवन बीमा कराकर रूपया कमाने की कोशिश की लेकिन पकड़ा गया। वर्तमान में वह मुरादाबाद के एक निजी स्कूल मे अध्यापक का कार्य कर रहा है।
उन्होंने बताया कि एसटीएफ ‘हैकर’ और बैंक कर्मियों के बारे मे जानकारी/साक्ष्य प्राप्त कर आरोपियों की गिरफ्तारी की कोशिश कर रही है। गिरफ्तार लोगों को मुरादाबाद के मझोला थाने में दाखिल करा दिया गया है। आगे की कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।
त्यागी
वार्ता
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