राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Nov 22 2019 3:16PM हमीरपुर में मानसिक रोगियों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरीहमीरपुर 22 नवम्बर( वार्ता) उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में पहली बार चिंंहित किये गये मानसिक रोगियों की संख्या सात माह में 675 हो गयी है। जिले में बढ़ रही गरीबी व पारिवारिक कलह से ज्यादातर लोग मनोरोगी होते जा रहे है जिसमे ग्रामीणों की संख्या सत्तर फीसदी बतायी जा रही है।यही कारण है कि आत्म हत्या में भी इजाफा हो रहा है । जिला अस्पताल की मानसिक रोग विशेषज्ञ डा. नीता ने शुक्रवार को कहा कि जिला अस्पताल में पहली बार मानसिक रोगियों के लिये अलग से वार्ड स्थापित किया गया है जिसमें फिलहाल ऐसे मरीजों की काउन्सिंलग की जा रही है जिसमें रोजाना करीब पाच से सात मानसिक रोगी आ रहे हैं । डा.नीता ने दावा किया है कि जिले के लोगों के अवसाद मे आने का कारण गरीबी व परिवारिक कलह है। यही नही बच्चों में यह रोग यानी सिजोफ्रिनिया लगातार बढ़ता जा रहा है क्योकि यहां के लोग अहंवादी हैं और अपनी संतानों को अच्छे मार्ग में चलने के लिये कोई प्रेरणा नही देते है। यही कारण है कि जिले में पंद्रह साल से लेकर 35 साल तक के लोग ज्यादा आत्म हत्याएं कर रहे है। काउन्सिलग में यह बात साफ हो चुकी है कि नवयुवको में अशिक्षा व धैर्य की बेहद कमी है जिससे लोग बिना सोचे समझे कोई भी कदम उठा लेते है। जांच में पाया गया है कि यहां पर करीब चालीस फीसदी लोग मेनिया के शिकार है यानी कि लोग जो कर नही सकते है उसके बारे में लगातार सोचते हैं। जब निराशा हाथ लगती है तो आत्म हत्या करने को मजबूर हो जाते है। सं विनोद वार्ता