लखनऊ, 25 दिसम्बर (वार्ता) उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने अभ्यर्थियों से पैसा लेकर सेना और पुलिस में भर्ती कराने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को बुधवार को बुलंदशहर कोतवाली क्षेत्र से गिरफ्तार किया है।
एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजीव नारायण मिश्र ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आर्मी इन्टेलीजेंस और पुलिस में कतिपय लोगोें द्वारा अभ्यर्थियों को धोखाधड़ी करके अनुचित लाभ कमाने के लिए भर्ती कराने के नाम से पैसा लेने,फर्जी काॅल लेटर, नियुक्ति पत्र आदि प्रपत्र तैयार करने वाले एवं फर्जी अंगुल छाप तैयार कर सेना में भर्ती कराने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचनायें प्राप्त हो रही थीं। उन्होंने बताया कि गिरोह को पकड़ने के लिए एसटीएफ की टीम को लगाया गया था।
उन्होंने बताया कि इसी क्रम में एसटीएफ की मेरठ इकाई के पुलिस उपाधीक्षक श्री बृजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में टीमेेेें गठित कर अभिसूचना संकलन किया गया। सूत्रों के माध्यम से जानकारी मिली कि राज्य के विभिन्न जिलो में सेना
में विभिन्न पदों पर अभ्यर्थियों को धोखाधड़ी करके अनुचित लाभ कमाने के लिए भर्ती कराने के नाम से पैसा लेने एवं
अभ्यर्थियों कोे फर्जी मूल निवास प्रमाण पत्र, अंगुल छाप आदि तैयार कर अभ्यर्थियों को भर्ती कराने की एवज में चार-चार लाख रूपये लेने वाला गिरोह सक्रिय है, जो साजिश के तहत सेना में नौकरी की तलाश में है, को अपने झांसे में लेकर और उनको यकिन दिलाकर कि अवैध तरीके से मोटी रकम वसूल करते है।
श्री मिश्र ने बताया कि इस सूचना पर एसटीएफ मेरठ की टीम और आर्मी इन्टेलीजेंस द्वारा प्राप्त सूचनाओं के आधार पर आज बुलंदशहर कोतवाली नगर पुलिस से समन्वय स्थापित कर भर्ती कराने वाले गिरोह के सक्रिय सदस्यों को चिन्हित कर मुखबिर द्वारा बताये गये स्थान पर पहुंचकर टीमें तैयार चेकिंग प्रारम्भ की गयी। चेकिंग के दौरान भूड चौराहें की ओर से काले आम की तरफ आने कार को देखकर पहचान कर बताया कि यह वही गाड़ी हैं जिसमें आर्मी व पुलिस में भर्ती कराने वाले लोग आ रहे हैं। इस पर एसटीएफ एवं पुलिस ने संयुक्त रुप से कार्रवाई करते हुए कार सवार गिरोह के तीन सदस्यों अलीगढ़ निवासी प्रवीण कुमार भारद्वाज उर्फ राहुल पंडित उर्फ गोगा ,नवनीत अग्रवाल और मेरठ निवासी देवेन्द्र कुमार शर्मा को गिरफ्तार किया गया।
त्यागी
जारी वार्ता