पीलीभीत,10 जनवरी(वार्ता) उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति व जनजाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष बृजलाल ने विपक्षी दलों पर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाते हुए उन्हें दलित विरोधी करार दिया।
दो दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को पीलीभीत पहुंचे पूर्व डीजीपी बृजलाल ने कहा जो दल इस कानून को लेकर नागरिकता छीनने का लोगों में भ्रम फैला रहे है लोगों को उनसे सावधान रहने की जरुरत है। उन्होंने लोगों अपील करते हुए कहा सीएए से किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने भ्रामक जानकारी फैलाने वाली प्रार्टियों को सीधे दलित विरोधी करार दिया है।
इस कानून के बारे में विस्तार से बताते हुए श्री बृजलाल ने कहा कि ये कानून शरणार्थियों को नागरिकता देने के लिए बनाया गया है। इसमें नागरिकता छीनने की तो बात है ही नहीं है। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि आजादी के बाद पाकिस्तान में हिंदू सिख की आबादी 23 प्रतिशत थी, जो घटकर अब मात्र तीन प्रतिशत रह गई है। आखिर वो लोग कहां चले गए। साफ है कि उस समय पाकिस्तान एवं अफगानिस्तान में इनका उत्पीड़न हुआ और हिंदू, सिख, ईसाई, बौद्ध और पारसी वहां से भागकर भारत आ गए थे। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि आज पीलीभीत और आसपास करीब एक लाख शरणार्थी हैं, जिसमें दलितों की संख्या सबसे अधिक हैं।
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश से विस्थापित होकर जो लोग आए हैं, उनमें से 75 फीसदी दलित हैं। इस कानून से इन लोगों नागरिकता मिलेगी। जो लोग उनका विरोध कर सीएए का भ्रामक प्रचार कर रहे हैं, इससे साफ है कि वे सभी दल दलित विरोधी हैं। उन्होंने कहा कि ये लोग नहीं चाहते कि उन्हें नागरिकता मिले। उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी घुसपैठियों को नागरिकता नहीं देगी। इस कानून से भारत में रहने वाले किसी भी धर्म के नागरिक को इससे घबराने की जरूरत नहीं है।
सं त्यागी
वार्ता