राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Jan 15 2020 1:10PM राजनीति-मायावती सीएए दो अंतिम लखनऊबसपा प्रमुख ने कहा कि पार्टी शुरू से ही सीएए का विरोध कर रही है लेकिन उनके विरोध का तरीका अलग है। उनकी पार्टी विरोध करने में हिंसा पर विश्वास नहीं करती। सीएए को सभी समुदाय के लिये लागू किया जाना चाहिये। केंद्र सरकार ने सिर्फ मुसलमानों को इस कानून में शामिल नहीं किया है। लिहाजा इसे स्टैंडिंग कमेटी को भेजा जाना चाहिये और सभी दलों की राय लेकर इसे लागू करना चाहिये। उन्होंनें कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीति के कारण ही आज देश में अशांति और असुरक्षा का माहौल है। देश की अभी हालत कांग्रेस के शासनकाल से भी खराब हो गई है। उन्होंने पार्टी के संस्थापक कांशीराम को भी याद किया और पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वो गरीबी हटाने और देश हित के लिये काम करें। बेवजह की बयानबाजी में अपना समय बर्बाद करने की अपेक्षा पार्टी को मजबूर किया जाना चाहिये। सुश्री मायावती ने उत्तर प्रदेश में पुलिस कमिश्नर प्रणाली का स्वागत तो किया, लेकिन यह भी कहा कि सिर्फ नीतियां बनाने से कुछ नहीं होगा। जब तक कानून-व्यवस्था को लेकर सख्ती नहीं होगी, तब तक ऐसी ही हालत रहेगी। बसपा शासनकाल में कानून-व्यवस्था को लेकर कोई समझौता नहीं होता था, यहां तक कि सांसद और विधायकों पर भी कार्रवाई होती थी।विनोद वार्ता