राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Jan 16 2020 6:09PM तेज बारिश से दलहनी तिलहनी फसलों पर संकट के बादलहमीरपुर 16 जनवरी (वार्ता) उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में पिछले 24 घंटों से रुक रुक करहो रही बारिश से न केवल सर्दी का प्रकोप बढ़ गया है बल्कि दलहनी और तिलहनी फसलो को बर्बाद होने के हालात पैदा हो गये हैं। कृषि बैज्ञानिक डा. एसपी सोनकर ने गुरूवार को बताया कि दलहनी और तिलहनी फसलों में फूल पूरी तरह निकल आया है। बरसात यूं ही जारी रही तो फूल नीचे गिर जायेगा जिससे फसल में फलिया नही लगेगी और किसानों की पैदावार गिर जायेगी। पिछले मानसून में बुंदेलखंड में दलहनी और तिलहनी फसले देर से बोयी गयी थी, फसले अच्छी थी मगर बीच बीच में बरसात होने के कारण इन फसलों में ग्रहण लगना शुरु हो गया था। उपकृषि निदेशक जेएम श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में दोनो फसले करीब 80 हजार हेक्टेएअर में बोयी गयी है। कुछ दिन पहले कई दिनों तक धूप न निकलने के कारण लाही, अलसी सरसों में दहिया रोग एवं माहू नामक कीट लग गया था जिससे पौधा काफी कमजोर हो गया था इधर बरसात होने के कारण फसल उत्पादन में काफी असर आयेगा। प्रगतिशील किसान संतोष सिंह और निरंजन राजपूत का कहना है कि मौसम की मार कभी समय से पानी न बरसने के कारण तो कभी बेमौसम बरसात होने के कारण दलहनी व तिलहनी फसले खराब होती आ रही है। बुन्देलखंड में किसानों को सबसे ज्यादा भरोसा दलहनी व तिलहनी फसलों पर रहता है। मगर कुदरत की मार के चलते दोनों फसले बर्बाद हो रही है। किसानों ने बताया कि जिले में अलसी की फसल की पैदावार काफी अच्छी हो जाती है जिससे किसानों को आर्थिक सहयोग मिल जाता है मगर यह फसल भी बर्बाद होती जा रही है। सं प्रदीपवार्ता