लखनऊ, 17 जनवरी (वार्ता) उत्तर प्रदेश में आयोजित बैठक में ‘सिख सर्किट’ के विकास के साथ-साथ आगरा एवं लखनऊ में सिख म्यूजियम एवं शोध केन्द्र बनाने का सुझाव दिया है।
आधिकारिक प्रवक्ता के अनुसार यह सुझाव शुक्रवार को यहां प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश में ‘सिख म्यूजियम’ की स्थापना के लिए जितेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में एक बैठक आहूत की गयी। बैठक में लखनऊ के गुरूद्वारा प्रबन्धक समिति के वर्तमान अध्यक्ष, आर0एस0 बग्गा एवं पूर्व अध्यक्ष के साथ ही साथ हरपाल सिंह, अध्यक्ष, गुरूद्वारा सदर, प्रदेश की पंजाबी अकादमी के पूर्व एवं वर्तमान अध्यक्ष महोदय के साथ व्यापक विचार-विमर्श किया गया।
उन्होंने बताया कि बैठक में लखनऊ विश्वविद्यालय के आधुनिक इतिहास विभाग के प्राध्यापक सहित उ0प्र0 राज्य संग्रहालय के निदेशक, ए के सिंह, इलाहाबाद संग्रहालय के डाॅ0 ओंकार आर वानखेड़े तथा संस्कृति विभाग के संयुक्त निदेशक, डाॅ0 योगेन्द्र प्रताप सिंह भी उपस्थित रहे।
बैठक में यह सुझाव दिया गया कि आगरा में सिख म्यूजियम एवं शोध केन्द्र बनाया जाये जहां गुरू तेग बहादुर जी के संघर्षों की दास्तांन आज भी जीवित है। आगरा, नई दिल्ली के समीप होने के कारण देश और विदेश के पर्यटकों के लिए भी महत्वपूर्ण केन्द्र बन सकेगा। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में यह म्यूजियम बनाया जाये जिसमें प्रादेशिक स्तर पर सिख कला, संस्कृति एवं इतिहास को संरक्षण एवं संवर्धन प्राप्त हो सके।
बैठक में सुझाव दिया गया कि प्रदेश के ऐसे स्थलों और महानुभावों का शोध सर्वेक्षण कराया जाये जिनका योगदान सिख कला, संस्कृति एवं इतिहास से रहा हो। प्रदेश में ‘सिख सर्किट’ का विकास किया जाये।
त्यागी
वार्ता