राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Jan 17 2020 7:32PM राष्ट्रीय बिरला प्रशिक्षण दो अंतिम लखनऊलोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि बजटीय प्रक्रिया की बारीकियों को समझने और जनप्रतिनिधियों की क्षमता को बढाने के लिये अनुभवी सांसदों और पदाधिकारियों के दल को भेजा जा सकता है। इस सिलसिले में ‘प्राइड’ अगले तीन सालों के दौरान समय समय पर विभिन्न विधानसभाओं में जाकर विधायकों और कर्मचारियों को प्रशिक्षण देगी। श्री बिरला ने कहा कि पीठासीन अधिकारियों की जनप्रतिनिधियों को सभी प्रक्रियात्मक साधनो का प्रभावी रूप से इस्तेमाल करना चाहिये। विधानमंडलों को व्यवधानो के बिना सुचारू रूप से काम करने के लिये जरूरी है कि सभी विधानमंडलो में नियमो में एकरूपता लायी जाये। सम्मेलन में आम सहमति बनी है कि संसद समेत सभी विधानमंडलों की बहस को एक प्लेटफार्म पर लाने का प्रयास किया जायेगा। इसके लिये राज्य विधानमंडल की कार्यवाही को डिजीटल लाइब्रेरी में संजाेया जायेगा। संसद में अभी तक की कार्यवाही को डिजीटल करने का काम पूरा हो चुका है और राज्यों की भी लाइब्रेरी का डिजीटलीकरण कर दोनो को एक प्लेटफार्म पर लाया जा सकेगा। उन्होने कहा कि अगले साल संसद की 100वीं वर्षगांठ पर एक सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा जिसमें पब्लिक एकाउंट कमेटी के चेयरमैन,सदस्य और जनप्रतिनिधि आपस में चर्चा करेंगे ताकि बजटीय प्रावधानो के जरिये कार्यपालिका पर नियंत्रण लगाया जा सके। प्रदीपवार्ता