राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Feb 28 2020 11:14PM उप्र विधान परिषद अनिश्चितकाल के लिये स्थगितलखनऊ, 28 फरवरी (वार्ता) उत्तर प्रदेश विधान परिषद कार्यसूची की मदो के निपटारे तथा संशोधन विधयेक पारित करने और बजट चर्चा के बाद अनिश्चितकाल के लिये स्थगित हो गई। भोजनावकाश के बाद याचिकाओं को याचिका समिति के लिए संदर्भित किया गया। उसके बाद उत्तर प्रदेश जगद्गुरूरामभद्राचार्य विकलांग विश्व विद्यालय (संशोधन) विधेयक, जैसा उत्तर प्रदेश विधान सभा द्वारा पारित पर ध्वनिमत से, विचार के प्रस्ताव केे उपरान्त पारित किया गया। उसके बाद नेता शिक्षक दल ओम प्रकाश शर्मा नेेे वित्तीय वर्ष 2020-21 के आय-व्ययक पर सामान्य चर्चा पर भाषण जारी रखते हुये कहा कि बेसिक शिक्षा में प्रेरणा ऐप को समाप्त कर दिया जाये। यह शिक्षकों का अपमान करने वाला ऐप है। यह ऐप शिक्षकों की गरिमा को आघात पहुंचता है और उनकी नौकरी पर भी आंच आती है। शिक्षकों की पुरानी पेंशन को लागू किया जाये और उनके खाली पदों पर शीघ्र ही नियुक्तियां की जाये। नेता निर्दलीय समूह राज बहादुर सिंह चन्देल ने सामान्य चर्चा में भाग लेते हुये कहा कि यह बजट उत्तर प्रदेश का सबसे भारी बजट है। इसमें सिर्फ लोक लुभावन योजनाओं का समावेश है। शिक्षकों की भारी कमी है। इस सरकार में हर तरफ भ्रष्टाचार बढ़ा है। स्कूलों में बांटी गई सामग्री की गुणवत्ता बहुत खराब है। किसी समाज या प्रदेश का विकास तभी हो सकता है जब उसकी शिक्षा अच्छी हो और उसकी गुणवत्ता श्रेष्ठ हो। प्रदेश में सुरक्षा के हालात काफी बिगड़े है। हर आदमी अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहा है। बजट भाषण के बाद विधान परिषद के प्रमुख सचिव ने विधान सभा द्वारा पारित नौ विधेयको को सदन की मेज पर रखा। इन विधेयकों में उत्तर प्रदेश माल और सेवा कर (संशोधन) विधेयक,2020,राज्य सम्पत्ति विभाग के नियन्त्रणाधीन भवनों का आवंटन (संशोधन)विधेयक, उत्तर प्रदेश विनियोग विधेयक, 2020(श्री अध्यक्ष ने प्रमाणित किया है कि यह एक धन विधेयक है।), उत्तर प्रदेष कृषि उत्पादन मण्डी (संशोधन) विधेयक ,उत्तर प्रदेश पुलिस और फोरेंसिक सांइस विश्वविद्यालय विधेयक उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, 2020(7) उत्तर प्रदेष फण्डामेन्टल, रूल 56 (संशोधन औरविधिमान्यकरण) विधेयक, व्यवसाय संघ (उ0प्र0 संशोधन) विधेयक तथा राज्य आयुष विश्वविद्यालय विधेयक समेत सभी विधेयक ध्वनिमत से, विचार के प्रस्तावों के उपरान्त पारित हुये। सुरेश कश्यप, संजय कुमार मिश्र, परवेज अली, वासुदेव यादव, श्रीमती लीलावती कुश्वाहा, लक्ष्मण आचार्य, आनन्द भदौरिया, शतरूद्र प्रकाश, भीमराव अम्बेडकर, शशांक यादव, राजेश यादव, संतोश यादव ’सनी’, संजय लाठर, सुनील कुमार साजन, हीरा लाल यादव, मिस्बाहुद्दीन, अमित यादव, राम अवध यादव, डा0 राजपाल कश्यप ने वित्तीय वर्ष 2020-2021 के आय-व्ययक पर सामान्य चर्चा में भाग लेते हुये अपने विचार व्यक्त किये। नेता सदन ने वित्तीय वर्ष 2020-2021 के आय-व्ययक पर सामान्य चर्चा पर जवाब देते हुये कहा कि हमारी सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास की नीति पर चलने वाली है हमने विकास के कई कार्य किये है, हमारी सरकार ने कई विश्वविद्यालय बनाये है। मेट्रों का विकास किया है। शिक्षा के क्षेत्र में सुधार किया हैै। परीक्षाओं को समय से कराया है। किसानों के लिये रियायती ऋणों का प्रावधान किया है। गेहूॅ, गन्ना, धान की रिकार्ड खरीदारी की है। हमने बिना किसी भेद-भाव के चौमुखी विकास किया है। नई भर्तियां की है। कृषि क्षेत्र में सुधार किया है। यह बजट सर्वग्राही और सबको समतुल्यता प्रदान करने वाला है। हमारी सरकार वट वृक्ष के समान है। यह बजट सर्व श्रेष्ठ बजट है। मैं इसका समर्थन करता हूॅ। उसके बाद सभापति रमेश यादव द्वारा सदन के संचालन में उन्हें सहयोग देने के लिए सभी को धन्यवाद देने के बाद राष्ट्रीय गान के बाद नेता सदन के प्रस्ताव पर सदन की बैठक अनिश्चितकाल के लिये स्थगित हो गई। गौरतलब है कि विधानमंडल का बजट सत्र 13 फरवरी को शुरु हुआ था । बजट सत्र मार्च के प्रथम सप्ताह है था।त्यागीवार्ता