राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Mar 4 2020 6:43PM विदेशों के मुकाबले भारत में कम है खेल ट्रेनिंग सेन्टर: आन्नदेश्वर पाण्डेयदेवरिया, 04 मार्च(वार्ता) भारतीय ओलम्पिक एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष आन्नदेश्वर पाण्डेय ने बुधवार को कहा कि खेलों के लिये विदेशों के मुकाबले भारत में खेल ट्रेनिंग सेन्टरों की कमी के कारण खिलाड़ी विदेशों में जाकर पिछड़ जाते हैं। श्री पाण्डेय यहां पत्रकारों से कहा कि प्रधानमंत्री का नारा है कि “खेलेगा इंडिया तो, खिलेगा इंडिया” इस पर काम किया जा रहा हैं। देश में खेल को और आगे ले जाने के लिए खेल मंत्रालय, स्पोर्ट्स अथारीटी आप इंडिया और इंडियन ओलम्पिक एसोसिएशन प्लान बना रहा है कि हर राज्यों को कैसे खेल में और भागीदारी के लिए कैसे जोड़ा जाय। उन्होंने कहा कि खेलों के लिये देश में ट्रेनिंग सेन्टरों की कमी के कारण यहां के खिलाड़ी विदेशों में जाकर पिछड़ जाते है। उन्होंने कहा कि देश में लोग खेल को बहुत गम्भीरता से नहीं लेते हैं। हमारी पीढ़ी कमजोर होती जा रही है। शारीरिक दम उनका कमजोर होता जा रहा है। इस कारण उनका बौद्धिक विकास भी प्रभावित होता दिख रहा है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का विकास होता है। श्री पाण्डेय ने कहा कि विदेशों में जहां पांच से पन्द्रह वर्ष तक के बच्चों को 40 फीसदी दिमागी शिक्षा और 60 फीसदी शारीरिक शिक्षा दी जाती है। इस शिक्षा से वहां के बच्चे शरीर के साथ-साथ मन से भी तेज माने जाते हैं। उन्होंने कहा कि हम अपने पांच से पन्द्रह वर्ष के बच्चों को पूरा पौष्टिक आहार नहीं दे पाते हैं। पौष्टिक आहार का मतलब चावल, दाल और रोटी नहीं है, बल्कि फूट सप्लिमेंट होता है। विदेशों में कोच इसका पालन करते हैं।सं भंडारीवार्ता