राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: May 21 2020 5:46PM अध्यात्मप्रेरित जीवन शैली ही करेगा कोरोना से बचाव: रमेशसुल्तानपुर 21 मई (वार्ता) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के काशी प्रान्त के प्रांत प्रचारक रमेश ने गुरूवार को कहा कि भारतीय संस्कृति में स्वच्छता के प्रति हमारा समर्पण और अध्यात्मप्रेरित जीवन शैली ही वर्तमान संकट (कोरोना) को दूर करेगा। श्री रमेश स्वयंसेवकों से वेब संचार माध्यम से जुड़कर उन्हें संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दुनिया पर सौ वर्ष के अंतराल पर महामारियों के हमले होते रहे हैं। सन 1720 में दुनिया मे द ग्रेट प्लेग ऑफ मार्सेल महामारी फैली, जिसमें एक लाख लोगों की मौत हो गयी थी। उसके सौ साल बाद सन 1820 में एशियाई देशों में हैजा फैला, उसमे भी एक लाख लोगों से ज्यादा की मौत हो गयी। इसी तरह 1918 - 1920 में दुनिया ने झेला स्पेनिश फ्लू, इस बीमारी ने उस समय करीब पांच करोड़ लोगों को मौत की नींद सुला दिया। अब फिर सौ साल बाद कोरोना की तबाही आई है। जिससे पूरी दुनिया जूझ रही है। उन्होंने कहा कि सदा सर्वदा ही भारत का चिंतन आध्यात्मप्रेरित रहा है। कोरोना संकट में भी हमारा विजय का माध्यम आध्यत्म ही है। दैवीय शक्तियों के प्रभाव से ही आसुरी शक्तियां परास्त होती हैं। कहीं न कहीं आध्यात्मिकता की ओर लोगों का रुझान कम हुआ था लेकिन अब हमें अपने पूर्वजों और महापुरुषों के मानबिन्दुओं की ओर पुनः जाना होगा। कोरोना नाम का आसुरी शक्ति से जीतना है तो दैवीय शक्ति को पुनर्स्थापित कर जिन बातों का आग्रह पूर्वजों और महापुरुषों ने किया था उन बातों को पुनः मानना होगा। श्री रमेश ने कहा कि कोरोना से निपटने के टिप्स भी दिये और बताया कि इसके लिये स्वच्छता, चिकित्सकीय परामर्श, प्रतिरोधक क्षमता में बृद्धि के साथ साथ भारतीय संस्कृत की पुरानी परम्पराओ और मान्यताओं को भी मानना ही पड़ेगा। इस कठिन परिस्थित में दैवीय शक्ति के कारण ही पारिवारिक भाव पुनः समरस हुआ है। बच्चों एवं अभिभावकों में जीवन समरस हुआ है। सामाजिक विषमता दूर हुई है। ओजोन की परत का संरक्षण हुआ है। माँ गंगा और पर्यावरण शुद्ध हुआ है। भारतीय परंपरा ईष्वर के प्रति अगाध श्रद्धा वाली है। सं भंडारीवार्ता