राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Jun 6 2020 7:44PM हमीरपुर में मुर्दाघर बदहाली का शिकारहमीरपुर,06 जून (वार्ता) उत्तर प्रदेश में हमीरपुर जिला कारागार के पीछे तैयार आठ शवों वाली मोर्चरी खुलने के लिए एक साल से इंतजार कर रही है जबकि जिला अस्पताल के मुर्दाघर का फ्रीजर तीन माह से खराब पड़ा है,नतीजन शव की हिफाजत के लिये परिजनों को बर्फ की सिल्ली का इंतजाम खुद करना पड़ता है। मुख्यालय स्थित जेल के पीछे करोड़ो रुपयों की लागत से बनाई गई आठ शवों को रखने वाली हाईटेक नवीन मोर्चरी का प्रबंध किया गया था लेकिन बनने के बाद आज तक मोर्चरी चालू नही हो सकी जबकि जिला अस्पताल की मोर्चरी पर सिर्फ दो शवों को रखने का प्रबंध है। जिला अस्पताल के सीएमएस डा.विनय प्रकाश का कहना है कि लाक डाउन में मोर्चरी के फ्रीजर खराब होने की सूचना सीएमओ डा.आरके सचान को दे दी गई थी जिससे वह नई मोर्चरी का ताला खुलवाकर वहां पर शव रखवाने का प्रबंध कर सके लेकिन उनके पत्र पर कोई ध्यान नही दिया गया है। इधर लाॅकडाउन के चलते जिला अस्पताल के मोर्चरी के फ्रीजर का सामान दिल्ली से न आने के कारण उसकी मरम्मत नही कराई गई है। सीएमओ डा.आरके सचान का कहना है कि जिला अस्पताल की मोर्चरी से उनका कोई लेनादेना नहीं है। इसकी जिम्मेदारी सीएमएस की है। नवीन मोर्चरी क्यों नही खोली जा रही है। इस पर उन्होंने कोई उत्तर नही दिया। इधर मृतक के तीमारदारों का कहना है कि उनके ऊपर दुखों का पहाड़ टूटने के बाद भी शव को रखने के लिए बर्फ लाने के लिए इधर उधर भटकना पड़ता है।सं दिनेश प्रदीपवार्ता