राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Jul 22 2020 7:30PM वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से मुकदमों की सुनवाई पहले दिन ही फेलप्रयागराज 22 जुलाई (वार्ता) इलाहाबाद उच्च न्यायालय में सिर्फ वीडियाे कांफ्रेसिंग के जरिये शुरू हुयी मुकदमों की सुनवाई बुधवार को पहले दिन ही पटरी से उतरती दिखायी पड़ी। सुनवाई के लिए उच्च न्यायालय के बाहर बनाए गए क्यूबिक में भारी अव्यवस्था और गंदगी का आरोप लगाते हुए तमाम वकीलों ने खुली अदालत में सुनवाई की पुरानी व्यवस्था फिर से लागू करने की मांग की है वहीं हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अमरेंद्र नाथ सिंह ने मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर खुली अदालत में सुनवाई की पुरानी व्यवस्था ही लागू करने की मांग की है। उच्च न्यायालय द्वारा निर्धारित व्यवस्था के तहत गेट संख्या तीन ए, तीन बी, पांच और स्टेडियम साइड में वीडियो कांफ्रेंसिंग के क्यूबिक बनाए गए हैं। इन पर उस कोर्ट का विवरण लिखा था कि किस क्यूबिक से कौन सी कोर्ट में लगे मुकदमों की बहस की जाएगी। अधिवक्ता सुबह दस बजे जब क्यूबिक पहुंचे तो वहां लगे कंप्यूटरों का लिंक शुरु नहीं हुआ था। करीब 11 बजे तक यही स्थिति रही और वकीलों की भीड़ बढती गयी। अंदर कोई बताने वाला नहीं था कि वीडियो कांफ्रेंसिंग से मुकदमों की सुनवाई कब से होगी । पूरा सिस्टम बंद था, लिहाजा वकीलों की भीड़ अंदर बढती गयी और सोशल डिस्टेन्शिग का पालन करना वकीलों के लिए चाहकर भी मुश्किल हो गया । वकील इस व्यवस्था से आक्रोशित होने लगे । वकीलों का आरोप है कि क्यूबिक का आकार काफी छोटा है, वहां सिर्फ एक मेज रखी है जहां तीन या चार वकील खड़े होकर बहस नहीं कर सकते। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो सकता। वकीलों का कहना है क्यूबिक में गंदगी है। वहां पान और गुटखे के पाउच पड़े थे। सैनिटाइजेशन नहीं किया गया था और न ही सैनिटाइजर रखा गया था। ऐसे में उनको निश्चित कोरोना संक्रमण हो जाएगा।सं प्रदीपजारी वार्ता