राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Jul 31 2020 9:49PM शारदा,राप्ती,घाघरा खतरे के निशान से ऊपर,12 जिले प्रभावितलखनऊ 31 जुलाई (वार्ता) उत्तर प्रदेश में रूक रूक कर हो रही बरसात से शारदा,राप्ती और घाघरा समेत अधिकांश नदियां उफना गयी है जिससे कम से कम 12 जिलों की आबादी बुरी तरह प्रभावित है। आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि लखीमपुर खीरी के पलिया कला में शारदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है वहीं गोरखपुर के बर्डघाट और श्रावस्ती के राप्ती बैराज में राप्ती नदी लाल निशान को पार कर चुकी है। इसके अलावा बलिया के तुर्तीपार के सरयू खतरे के निशान से ऊपर है। उन्होने बताया कि बाढ़ के कारण बाराबंकी, अयोध्या, कुशीनगर, गोरखपुर, बहराइच, आजमगढ़, बस्ती, संतकबीर नगर, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, सिद्धार्थनगर तथा बलरामपुर के 293 गांव प्रभावित हैं। सूत्रों ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में आज नाव की मदद से बाढ़ पीडितों को मदद पहुंचायी गयी। संबंधित जिला प्रशासनों ने 94 बाढ़ शरणालयों स्थापित किये है। आज बाढ पीडितों को 4646 खाद्यान्न किट वितरित की गयी वहीं 1125 को फूड पैकेट दिये गये। उन्होने बताया कि बाढ से प्रभावित आबादी की सहायता के लिये 636 बाढ चौकियां बनायी गयी है जिस पर 465 नाव किसी भी अप्रिय हालात से निपटने के लिये तैनात की गयी है। प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सकों की 151 टीमें तैनात की गयी है वहीं संक्रामक बीमारी से बचाने के लिये 365881 पशुओं को टीके लगाये गये। प्रभावित जिलों में सर्च एवं रेस्क्यू के लिये एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तथा पीएसी की कुल 16 टीमें लगाई गई हैं।बाढ़ शरणालयों में कोविड-19 के मद्देनजर स्थान की पर्याप्त उपलब्धता तथा उचित हाइजीन एवं सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने के निर्देश दिये गये हैं। प्रदीपवार्ता