राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Aug 3 2020 9:29PM अमरोहा में स्वदेशी और राम मंदिर की राखियों की धूमअमरोहा, 03 अगस्त (वार्ता)उत्तर प्रदेश के अमरोहा के शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में सोमवार को रक्षाबंधन का त्योहार सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मनाया गया। इस बार चीन में बनी राखियों का पूरी तरह बहिष्कार करते हुए स्वदेशी राखियों की धूम मची रही। बहनों ने भाइयों की कलाई सजाने के लिए 'श्रीराम मंदिर' नक्शे वाली राखियों को बेहद पसंद किया। सोमवार को सुबह से लेकर शाम तक मिठाई की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ लगी रही।भाइयों ने भी अपनी बहनों के लिए गिफ्ट पैक खरीदे। मुकानों पर ग्राहकों की भीड़ उमड़ती रही। अमरोहा, गजरौला, हसनपुर,सैदनगली, गंगेश्वरी, मंडी धनौरा,कैसरा, चुचैला आदि शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी मिठाइयों की खूब खरीदारी हुई। स्वदेशी राखियों की बहार रही। दुकानदारों का कहना है कि जयपुर की राखी की सबसे अधिक बिक्री हुई हैं। इसकी खासियत राखियों में लगा कलावा है, जिसे महिलाओं ने पसंद किया है। भाईयों की कलाई पर राखी बांधने के लिए इस बार पूरा दिन त्योहार के अनुष्ठान के लिए शुभ रहा। सावन माह का आखिरी सोमवार होने की वजह से यह त्योहार और भी खास बन गया है। सोमवार और पूर्णिमा एक साथ होने से सर्वार्थ सिद्धि योग, श्रावण शुक्ल पक्ष का भी योग बन रहा है। तीन अगस्त को आखिरी और पांचवां सोमवार होने की वजह से शुभ संयोग ने रक्षासूत्र के इस पर्व को खास बना दिया। सोमवार को सुबह नौ बजकर 28 मिनट से रात नौ बजकर 11 मिनट के समय को शुभ मानते हुए बहनों ने थाली में रोली, चंदन, अक्षत, दही, रक्षासूत्र, मिठाई, घी का दीपक रख पहले भाई को तिलक लगाया, रक्षा सूत्र बांधें और फिर आरती की। मिठाई खिलाकर बहनों ने भाई की मंगल कामना की। राखी बंधवाने के बाद बहनों के साथ ही माता-पिता और गुरू का आशीर्वाद लेकर बहन को सामर्थ्य अनुसार उपहार भेंट किए गए।सं भंडारीवार्ता