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प्रयागराज में गंगा और यमुना के जलस्तर में वृद्धि जारी

प्रयागराज 30 अगस्त (वार्ता) उत्तर प्रदेश की संगमनगरी प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों के जलस्तर पर निरंतर बढ़ोत्तरी से तटवर्ती क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा गहराने लगा है।
पिछले 24 घंटे के दौरान गंगा में 11 सेमी और यमुना में 12 सेमी की वृद्धि हुई है। दोनो नदियों के जल स्तर में पिछले एक सप्ताह से लगातार बढोत्तरी जारी है। जिला प्रशासन ने बाढ़ से निपटने की तैयारी पूरी कर ली है। गंगा फाफामऊ और छतनाग में चार घंटे में एक सेंटीमीटर जबकि यमुना हर घंटे एक सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रही है। गंगा और यमुना के खतरे का निशान 84.73 मीटर से अभी काफी नीचे बह रही हैं। एनडीआरएफ की टीम पिछले एक पखवारे से जिले के संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा ले रही है।
कोरोना का संकट झेल रहे लोगों की परेशानी अब बाढ़ के चलते और भी बढ़ने वाली है। दोनो नदियों के तटवर्ती इलाकों दारागंज, सलोरी , छोटा बाघडा आदि क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की सबसे अधिक समस्या है। जैसे जैसे जलस्तर बढ़ रहा है तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में अपनी सुरक्षा को लेकर परेशानी बढ़ रही है। जिला प्रशासन गाांव से शहर तक बाढ़ से लोगों को बचाने के लिए सभी तैयारियाें को युद्धस्तर पर शुरू कर दिया है।
बाढ़ नियंत्रण कक्ष द्वारा प्राप्त आंकडों के अनुसार रविवार को 12 बजे गंगा का जल स्तर फाफामऊ में 80.30 मीटर, छतनाग 79.23 मीटर और यमुना 79.81 मीटर दर्ज किया गया है। जबकि शनिवार को इसी समय फाफामऊ में 80.24 मीटर, छतनाग 79.12 मीटर और यमुना 79.69 मीटर दर्ज किया था। शनिवार की तुलना में रविवार को फाफामऊ में गंगा के जलस्तर में छह सेंटीमीटर, छतनाग में 11 सेंटीमीटर और नैनी में यमुना 12 सेंटीमीटर वृद्धि रिकार्ड की गयी है।
उन्होने बताया कि गंगा फाफामऊ और छतनाग में एक सेंटीमीटर प्रति चार घंटे में बढ़ रही हैं जबकि यमुना प्रति घंटे एक सेंटीमीटर बढ़ रही है। गंगा-यमुना का जलस्तर बढ़ने की गति पहले से धीमी हो गयी है। जलस्तर बढने से संगम क्षेत्र में तीर्थ पुरोहित और फुटकर दुकानदार अपना सामान हटाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचने लगे हैं।
जल पुलिस प्रभारी कड़ेदीन यादव ने बताया कि 81.04 मीटर जलस्तर पहुंचने पर गंगा बंधवा पर लेटे हनुमत लला को स्नान करायेंगी। उन्होने बताया कि हनुमान मंदिर के पास स्थित पार्क के निकट सड़क पर अभी पानी है। अक्षय वट जाने वाले मार्ग पर पान आ जाने के कारण आवागमन बंद कर दिया गया है।
दिनेश प्रदीप
वार्ता
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