राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Aug 30 2020 7:28PM भारत बांग्लादेश को निकालना होगा पानी की समस्या का समाधान : प्रो दत्तागोरखपुर 30 अगस्त (वार्ता) विवेकानन्द इण्टरनेशनल फाउन्डेशन की सीनियर फेलो तथा अब्दुल कलाम आजाद एशिया अध्ययन केन्द्र कोलकाता की पूर्व कार्यकारी निदेशक प्रो श्रीराधा दत्ता ने रविवार को कहा कि भारत और बांग्लादेश को पानी के जटिल मुद्दे का स्थायी समाधान तलाशने की दिशा में मिलकर काम करना होगा। महाराणा प्रताप पीजी कालेज गोरखपुर के तत्वावधान में ‘भारत की पड़ोसी नीति: सामयिक राजनयिक विमर्श’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय आनलाइन अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन ‘भारत-बांग्लादेश सम्बन्ध: आन्तरिक एवं बाह्य सुरक्षा के विशेष सम्बन्ध ’ विषय पर बोलते हुए प्रो दत्ता ने कहा कि बांग्लादेश की प्रगति से भारत अपने को जोड़कर देखता है। उत्तर पूर्व के राज्यों में जो भी अतिवादी ग्रुप काम का रहे हैं वह शेख हसीना के प्रधानमंत्री बनने के बाद काफी नियंत्रित हुए है। द्विपक्षीय सम्बन्धों को भारत बांग्लादेश सम्बन्ध में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। उन्होंने कहा कि आवागमन,यातायात एवं व्यापार के अनवरत चलते चले आ रहे हैं और यह आगे भी जारी रहेंगें। पानी, भारत बांग्लादेश के बीच एक बड़ा मुद्दा है मगर बांग्लादेश के कृषि प्रधान देश होने के कारण इस समस्या का अतिशीघ्र समाधान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यह निर्धारित करना होगा कि कृषि उत्पादन भारत-बांग्लादेश के बीच कितना होना चाहिए। इस समस्या का समाधान करने की जरुरत है कि पानी की समस्या को किस प्रकार दूर किया जाय क्योंकि दो समझदारी वाले देश संवाद के माध्यम से किसी भी समस्या का समाधान कर सकते है। प्रो. दत्ता ने कहा कि रेडीमेड गारमेन्ट आदि के व्यापार में जो जटिलतायें आ रही है उसका समाधान करने की जरूरत है। हमें व्यापारिक मुद्दों पर खुलकर चर्चा करनी चाहिए क्योंकि दोनों देश जिस शिद्दत के साथ एक दूसरे की आवश्यकता महसूस करते हैं, वह दक्षिण एशिया के सम्पूर्ण विकास के लिए आवश्यक है।उदय प्रदीपजारी वार्ता