राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Sep 3 2020 7:39PM उप्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वच्छ पानी,क्लोरीन टैबलेट का वितरण करने के निर्देश:राजभरलखनऊ, 03 सितम्बर (वार्ता) उत्तर प्रदेश सरकार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वच्छ पीने योग्य पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ-साथ ग्राम स्तर पर तैनात स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा क्लोरीन टैबलेट का वितरण करने के निर्देश दियेहैं। राज्य के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री अनिल राजभर ने आज यहां लोक भवन में संवाददाताओं को बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समस्त जिला अधिकारियों को निर्देश दिये है कि बाढ़ प्रभावित गांवों में स्वच्छ पीने योग्य पानी की व्यवस्था कराने के साथ-साथ स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा क्लोरीन टैबलेट का वितरण कराया जाय। उन्होंने कहा कि बाढ़ के बाद कई तहर की बीमारी की आशंका के चलते गांव में स्वास्थ्य शिविर के आयोजन किए जा रहे हैं। लोगों के लिए दवा व वैक्सीन की उचित व्यवस्था भी की जा रही है। बाढ़ प्रभावित अनेक गांव से अब पानी उतर गया है । कल 14 जिलों के 569 गांव ही बाढ़ प्रभावित थे जबकि अब इन जिलों के 431 गांव बाढ़ से प्रभावित रह गये हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने जिला मुख्यालय पर आपदा कंट्रोल रूम को 24 घंटे संचालित करने के साथ-साथ बाढ़ राहत के संबंध में तत्परता से कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये ह प्रदेश में वर्तमान में सभी तटबंध सुरक्षित है। बाढ़ के संबंध में निरन्तर अनुश्रवण का कार्य किया जा रहा है। कहीं भी किसी प्रकार की चिंताजनक परिस्थिति नहीं है। प्रदेश के बाढ़ प्रभावित 14 जिलो में सर्च एवं रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ की 10 टीमें तथा एसडीआरएफ की 07 टीमें, पीएसी की 09 टीमें व प्लाटून की 01 टीम तैनाती की गयी है। उन्होंने बताया कि इन गांवों में 175 नावें लगायी गयी है। श्री राजभर ने बताया कि बाढ़ पीड़ित परिवारों को खाद्यान्न किट का वितरण कराया जा रहा है। इस किट में 17 प्रकार की सामग्री जिसमें 10-10 किलो आटा, चावल, आलू के अलावा 05 किलो लाई, 02 किलो भूना चना, 02 किलो अरहर की दाल, 500 ग्रा0 नमक, 250 ग्रा0 हल्दी, 250 ग्रा0 मिर्च, 250 ग्रा0 धनिया, 05 लीटर केरोसिन, 01 पैकेट मोमबत्ती, 01 पैकेट माचिस, 10 पैकेट बिस्कुट, 01 लीटर रिफाइन्ड तेल, 100 टेबलेट क्लोरीन एवं 02 नहाने के साबुन वितरित किये जा रहे है। उन्होंने बताया कि अब तक राहत सामग्री के तहत 1,85,668 खाद्यान्न किट व 3,43,219 मीटर तिरपाल का वितरण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि प्रभावि इलाकों में 350 मेडिकल टीम लगायी गयी है। उन्होंने बताया कि बाढ की आपदा से निपटने के लिए प्रदेश में 384 बाढ़ शरणालय तथा 784 बाढ़ चैकियां स्थापित की गयी है। वर्तमान में अम्बेडकरनगर, अयोध्या, आजमगढ़, बलिया, बाराबंकी, बस्ती, देवरिया, फर्रूखाबाद, गोण्डा, कुशीनगर, लखीमपुरखीरी, मऊ, संतकबीरनगर, तथा सीतापुर के अब 431 गांवों बाढ़ से प्रभावित है। सरयू (घाघरा) नदी तुर्तीपार (बलिया) तथा गंगा नदी गायघाट (बलिया) में अपने खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही है। श्री राजभर ने बताया कि प्रदेश में 518 पशु शिविर स्थापित किये गये है तथा 7,46,998 पशुओं का टीकाकरण भी किया गया हैं। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब तक कुल 4,804 कुंतल भूसा वितरित किया गया है। आपदा से निपटने के लिए जनपद एवं राज्य स्तर पर आपदा नियंत्रण केन्द्र की स्थापना की गयी है। उन्होंने कहा कि किसी को भी बाढ़ या अन्य आपदा के संबंध में कोई भी समस्या होती है तो वह जिला आपदा नियंत्रण केन्द्र या राज्य स्तरीय कंट्रोल हेल्प लाइन नं0-1070 पर फोन कर सम्पर्क कर सकता है। उन्होंने बताया कि आपदा कंट्रोल रूम को 24 घंटे संचालितकरने के साथ-साथ बाढ़ राहत के संबंध में तत्परता से कार्यवाही करने के भी निर्देश दिये त्यागीवार्ता