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प्रयागराज में पूर्व सांसद अतीक का सिविल लाइंस स्थित अवैध मकान जमींदोज

प्रयागराज, 07 सितंबर (वार्ता) गुजरात की अहमदाबाद जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद का सिविल लाइंस में नवाब यूसुफ रोड पर अवैध भवन को सोमवार को जेसीवी मशीन चलवाकर जमींदोज कर दिया गया।
आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि भारी पुलिस बल के साथ प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) के अधिकारी लाव लश्कर के साथ सिविल लाइंस क्षेत्र के नवाब यूसुफ अली रोड पहुंचे और बाहुबली विधायक के एक भवन के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी। करीब 600 वर्ग गज क्षेत्रफल में नजूल की भूमि पर बने अतीक अहमद के अवैध मकान को ढहा दिया गया । बुल्डोजर से मकान को ढहाने की कार्रवाई जिला एवं पुलिस प्रशासन के साथ पीडीए संयुक्त रूप से किया है। सिविल लाइंस का सर्किल रेट भी काफी अधिक होने के कारण बाजार में इसकी कई करोड़ रुपये आंकी गयी है। नजूल भूमि पर बने इस मकान को करीब चार महीने पहले सील कर दिया गया था।
उन्होंने बताया कि करीब 600 वर्ग गज क्षेत्रफल में बने इस मकान में पहले ईटोन का वर्कशॉप था। नजूल भूमि पर बने इस वर्कशॉप का निर्माण करीब 10 साल पहले हुआ बताया जा रहा है। हालांकि मकान बहुमंजिला नहीं है, लेकिन उसका क्षेत्रफल काफी बड़ा है। संपत्ति को जिला प्रशासन, नगर निगम और प्राधिकरण अपने अधीन कर लेगा।
गौरतलब है कि इससे पहले उसकी करीब 60 करोड़ रूपये मूल्य की सात अवैध अचल संपत्तियों को पिछले दो दिनों में कुर्क कर ली गयी। खुल्दाबाद पुलिस ने पिछले महीने कर्बला स्थित दफ्तर एवं चकिया स्थित मकान को कुर्क करने की कार्रवाई की। इनकी कीमत करीब 35 करोड़ रुपये आंकी गई है। अतीक की अवैध बेनामी संपत्तियों को कुर्क करने के लिए पुलिस ने जिलाधिकारी से संस्तुति की थी।
इससे पहले सिविल लाइंस में एमजी मार्ग, धूमनगंज में कालिंदीपुरम तथा ओमप्रकाश सभासद नगर और खुल्दाबाद स्थित चकिया स्थित पांच संपत्तियों (मकान) को कुर्क किया गया था। पुलिस ने इसकी कीमत 25 करोड़ रुपये अनुमानित की है। पुलिस इन संपत्तियों की सुरक्षा करेगी। इनको क्षति पहुंचाने वाले के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
चकिया निवासी अतीक अहमद पुलिस के रिकार्ड में इंटर स्टेट गैंग के सरगना के रूप में है। उसके खिलाफ प्रयागराज समेत दूसरे जिलों और प्रदेश में अनेक आपराधिक मामले दर्ज हैं। अतीक के खिलाफ बसपा शासन काल में भी पुलिस ने शिकंजा कसा था। वर्ष 2002 से 2004 तक उसकी बेनामी संपत्तियां कुर्क हुईं थीं। योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद अगस्त 2018 में करेली में सरकारी जमीन कब्जा कर विकसित की जा रही अलीना सिटी, अहमद सिटी जैसी कॉलोनियों पर बुलडोजर चलवाया गया था। देवरिया जेल में प्रॉपटी डीलर जैद खालिद की पिटाई मामले में केस दर्ज होने के बाद पुलिस अतीक और उसके करीबियों पर लगातार शिकंजा कस रही है।
दिनेश भंडारी
वार्ता
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