राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Oct 7 2020 9:40PM न्यायालय न्यायिक हिरासत दो अन्तिम मथुरापुलिस अधीक्षक देहात श्रीशचन्द्र ने बताया कि इस मामले में आरोपियों से पूंछतांछ के बाद एक नयी रिपोर्ट उपनिरीक्षक मांट प्रबल प्रताप सिंह द्वारा आज लिखायी गयी थी । जिसमें कहा गया है कि आरोपी शांति भंग करने के लिए हाथरस जा रहे थे तथा उसके पीछे एक साजिश थी। ऐसा लगता है कि हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण घटना की आड़ लेकर साम्प्रदायिक सदभाव बिगाड़कर दंगा भडकाने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि जातिगत आधार पर समाज में दंगा भड़काने एवं उसकी आड़ में चन्दा एकत्र करने का प्रयास भी कुछ लोगों द्वारा किया जा रहा हैं। यह भी ज्ञात हुआ है कि यही लोग वेबसाइट कार्ड.को नामक वेबसाइट का संचालन कर रहे हैं और विदेशों से अवैध तरी के से चंदा भी एकत्र कर रहे हैं। पुलिस अधीक्षक देहात ने बताया कि बरामद पम्पलेट में ’’एम आई नाट इन्डियाज डाटर मेड विद कार्ड’’ मुद्रित है जो सामाजिक वैमनस्यता बढ़ानेवाला हैं। यह भी पता चला है कि वेबसाइट का उपयोग दंगा भड़काने, चंदा एकत्र करने एवं तथा कथित गैंगरेप की घटना की अफवाह फैलाने में किया जा रहा है। इस वेबसाइट के माध्यम से दंगे के दौरान अपनी पहचान छिपाने, हिंसा कराने एवं शांति व्यवस्था भंग करने तथा बाद में आसानी से बच निकलने के उपायों की जानकारी दी जाती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस वेबसाइट की गहन जांच करने की आवश्यकता है जिसमें इसे बनाने के उद्देश्य, अब तक एकत्र की गई धनराशि, एकत्रित धनराशि के प्रयोग के स्थान, का भी पता लगाना आवश्यक है। इस अपराधिक कृत्य में इन चारों के अलावा अन्य लेागों का सम्मिलित होना पाया जा रहा है। इनकी जानकारी के लिए विस्तृत विवेचना की आवश्यकता है। इसलिए उपनिरीक्षक प्रबल प्रताप सिंह ने आज रिपोर्ट दर्ज कराई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डाॅ0 गौरव ग्रोवर ने कहा कि आरोपी राजद्रोह जैसी गंभीर धाराओं में लिप्त पाए गए हैं। उन्हें और पूछतांछ के लिए 14 दिन के न्यायिक हिरासत पर लिया गया है।सं भंडारीवार्ता