राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Oct 27 2020 3:17PM महोबा में नहरों की साफ सफाई मिली अनियमितता, भुगतान पर रोकमहोबा, 27 अक्टूबर (वार्ता) उत्तर प्रदेश के महोबा में नहरों की साफ-सफाई में भारी गड़बड़ी और अनियमितताएं पाए जाने पर सिंचाई विभाग के सभी कार्यो के भुगतान में रोक लगा दी गई है। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने मंगलवार को यहां बताया कि किसानों को रबी की फसल में सिंचाई के लिये पानी एक नवम्बर से उपलब्ध कराने के निर्देश दिये है। जिसकी तैयारियों के सिलसिले में सिंचाई प्रखंड से नहरों की साफ.सफाई उचित तरीके से करा लिए जाने को कहा गया था। महकमे लापरवाह अधिकारियों ने इस अति महत्वपूर्ण कार्य को केवल खानापूरी करके निबटा दिया और कार्य के भुगतान के लिए भारी-भरकम बिल बाउचर तैयार करा लिए। उन्होंने बताया कि सोमवार को किसानों के साथ रबी गोष्ठी में जिले की नहरों की सफाई ठीक तरीके से न होने संबंधी मुद्दा प्रमुखता से उठने पर शिकायतो का स्थलीय परीक्षण कराया गया। इस दौरान वरिष्ठ अधिकारियों के साथ यहां पचपहरा माइनर के निरीक्षण में गम्भीर अनियमितता प्रकाश में आई। नहर में टेल तक पानी पहुचाने को उसमें मौजूद सिल्ट व झाड़.झंखाड़ की समुचित तरीके से सफाई कराने की बजाय यहां जिम्मेवार अधिकारियों ने भारी लापरवाही बरती ओर केवल ऊपरी परत के कूड़े.कचरे को हटवा कार्य पूर्ण दर्शा दिया। इसके अलावा अधिकारियों ने कार्य को मजदूरों के स्थानपर जेसीबी से करा कर गम्भीर अनियमितता भी की। जिलाधिकारी ने बताया कि मामले में सिंचाई प्रखंड के सहायक अभियंता विवेक गुप्ता को जिम्मेवार ठहराते हुए उनसे जवाब.तलब किया गया है। नहर सफाई से सम्बंधित महकमे के सभी कार्यो के भुगतान पर रोक लगा दी गई है। विभाग द्वारा जिले में साफ कराई गई अन्य सभी नहरों की भी अधिकारियों को मौके पर भेज जांच कराई गई है। सं भंडारीवार्ता