राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Nov 21 2020 7:44PM बहराइच में पांच वर्षीय बच्ची को निवाला बनाने वाला तेंदुआ पिंजड़े में हुआ कैदबहराइच, 21 नवम्बर (वार्ता) उत्तर प्रदेश में बहराइच ज़िले के कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के मुर्तिहा रेंज तहत गोलहना गांव में पांच वर्षीय मासूम को निवाला बनाने वाला तेंदुआ शनिवार को पिंजड़े में कैद हो गया। वन विभाग की टीम तेंदुए को रेस्क्यू कर रेंज कार्यालय लाई। यहां पर पशु चिकित्सकों की टीम ने तेंदुए का स्वास्थ्य परीक्षण किया। तेंदुआ पूरी तरह से स्वस्थ है। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर तेंदुए को जंगल में छोड़ा जाएगा। डीएफओ यशवंत सिंह ने बताया कि वन क्षेत्राधिकारी ए.के. त्यागी की अगुवाई में वनकर्मी निगरानी कर रहे थे और आज इस मादा तेंदुए को पकड़ लिया गया। उन्होंने बताया कि कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के मुर्तिहा रेंज तहत गोलहना गांव निवासी विजय बहादुर की पांच वर्षीय बेटी को दो दिन पूर्व इस मादा तेंदुए ने निवाला बना लिया था। बालिका को निवाला बनाने के बाद यह तेंदुआ पास में ही गन्ने के खेत में छिपा था। तेंदुए का क्षेत्र में लगातार मूवमेंट मिलने के कारण वनकर्मियों ने उसे पकड़ने के लिए पिंजड़ा लगाया था। इसके अलावा मूवमेंट पर नजर रखने के लिए 12 थर्मो सेंसर कैमरे लगाए गए थे। उन्होंने बताया कि शनिवार को तेंदुआ पिंजड़े में कैद हो गया। इसकी सूचना डीएफओ यशवंत सिंह को दी गई। डीएफओ के निर्देश पर तेंदुए को रेस्क्यू कर उसे मुर्तिहा रेंज कार्यालय लाया गया। यहां पर पशु चिकित्सकों की टीम ने तेंदुए का स्वास्थ्य परीक्षण किया। तेंदुआ पूरी तरह से स्वस्थ है। गोलहना गांव में पिंजड़े में कैमद तेंदुआ मादा है। उसकी उम्र लगभग पांच वर्ष है। उन्होंने बताया कि वनकर्मियों की निगरानी तेंदुए की सुरक्षा में पूरी तरह से की जा रही है। डीएफओ ने बताया कि मुर्तिहा रेंज के गोलहना गांव में तेंदुआ पिंजड़े में कैद हुआ है। इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई है। तेंदुए को देर शाम रेंज कार्यालय कतर्नियाघाट लाया गया। रविवार को प्रधान मुख्य वन संरक्षक प्रोजेक्ट टाइगर कमलेश कुमार आ रहे हैं। उनकी देखरेख के बाद तेंदुए को जंगल में या लखनऊ चिड़ियाघर भेजा जाएगा। जिस तरह से पांच वर्षीय बालिका के शरीर का मांस तेंदुए ने खाया है। उसमें नरभक्षी होने की भी आशंका है। हालांकि अधिकारियों के आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।सं त्यागीवार्ता