राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Feb 28 2021 9:32PM एनएसयूआई 12 मार्च को करेगा संसद का घेरावलखनऊ 28 फरवरी (वार्ता) केन्द्र और उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर युवाओं और छात्रों के हितों को कुचलने का आरोप लगाते हुये भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) अध्यक्ष नीरज कुन्दन ने रविवार को कहा कि उनका संगठन ‘नौकरी दो या डिग्री वापस लो’ के तहत आगामी 12 मार्च को दिल्ली में संसद का घेराव करेगा। लखनऊ में आयोजित ‘नौकरी दो या डिग्री वापस लो’ छात्र महासम्मेलन को संबोधित करते हुये श्री कुन्दन ने कहा कि जो नेता अपने मन की बात करते हैं छात्र उसे सुनना पसन्द नहीं करता। काशी विद्यापीठ के छात्र संघ चुनाव के आये रिजल्ट पर उन्होने कहा कि इससे यह साफ हो गया है कि कांग्रेस की नीतियां छात्रों और युवाओं की पसन्द है। उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश में भर्तियां नहीं हो रहीं, जो भर्ती निकल रही है वह सब घोटाले की भेंट चढ़ रहीं हैं। प्रदेश में लगातार युवाओं और छात्रों के हितों को कुचलने का काम भाजपा की सरकार कर रही है। इसके विरोध में पूरे प्रदेश के छात्र लामबन्द हो रहे हैं। आज देश में बेरोजगारी दर 45 साल में सबसे अधिक है। 2014 में, भाजपा ने हर साल दो करोड़ से अधिक रोजगार के अवसर पैदा करने का वादा किया था और अब, यह आंकड़ा 12 करोड़ तक पहुंच गया है। छात्र नेता ने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में एनएसयूआई पूरी ताकत के साथ कांग्रेस को सत्ता में पहुंचाने के लिए जी-तोड़ मेहनत करेगी। उन्होने घोषणा की कि एनएसयूआई ‘नौकरी दो या डिग्री वापस लो’ के तहत आगामी 12 मार्च को दिल्ली में संसद का घेराव करेगी। संगठन के महासचिव शौर्यवीर सिंह ने 12 मार्च को भारी संख्या में छात्रों एवं युवाओं को दिल्ली पहुंचने का आवाहन किया। कांग्रेस विधान परिषद दल के नेता दीपक सिंह ने छात्रों और युवाओं को छात्र हितों को लेकर, बेरोजगारी के मुद्दे पर और अधिक आक्राकमता के साथ सड़कों पर उतरकर संघर्ष करने का आवाहन किया। उन्होने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार आज छात्रों और युवाओं पर तानाशाही रवैया अपना रही है। एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष अनस रहमान ने कहा कि नौकरी दो या डिग्री वापस लो अभियान का मुख्य उद्देश्य सरकार की असलियत की ओर इशारा करना है, जिसे युवाओं को रोजगार देने में कोई दिलचस्पी नहीं है। छात्र और युवा दर-दर भटकने के लिए मजबूर हैं।प्रदीपवार्ता