Friday, Mar 29 2024 | Time 20:06 Hrs(IST)
image
राज्य » उत्तर प्रदेश


राष्ट्रीय - गौरैया चिड़िया दो अंतिम इटावा

फ्रैंडस कालौनी मुहाल मे रहने वाले वकील विक्रम सिंह यादव के घर गौरैया चिडिया नेे लाॅकडाउन के दरम्यान दो अंडे दिये । जिनमे से अब बच्चे बाहर आ चुके है । बच्चों की सुरमयी चहचहाट से गदगद विक्रम ने कहा कि वो बेहद खुश इस बात से बने हुए है कि उनका परिवार गौरैया संरक्षण की सही भूमिका अदा कर रहा है ।
अखिलेश सरकार में गौरैया के संरक्षण की दिशा में चलाए गए प्रदेश व्यापी अभियान का यह असर हुआ लोगो को यह समझ आ गया कि गौरैया गायब हो रही है । उसको बचाने की दिशा में घोसले आदि लगाने से भी काफी कुछ बदलाव हुआ है । आज उन्ही घोसले मे दो सैकडा के आसपास घरो मे गौरैया अंडे देने के बाद बच्चे दे रही है ।
गौरैया की लगातार संख्या घटने के कारण साल 2010 से गौरैया दिवस मनाया जा रहा है । 2012 मे उत्तर प्रदेश मे अखिलेश सरकार बनने के बाद गौरैया को बचाने की दिशा मे वन विभाग की ओर से कई कार्यक्रमो का आयोजन किया गया जिससे गौरैयो को बचाने की दिशा मे लोग सक्रिय हुए।
कई परिवारो ने इस बात की पुष्टि हुई है कि उनके घरो मे पिछले चार एक साल से गौरैया चिडिया ना केवल घोसला बनाती है बल्कि प्रजनन कर बच्चो के उडने लायक होने पर इंतजार भी करते है ।
बैसे कुख्यात डाकुओ के प्रभाव वाले चंबल मे अपनी मौजूदगी से हर किसी को पहले से खुश कर रही थी । ब्रिटेन की ‘रायल सोसायटी आफ प्रोटेक्शन आफ बर्ड्स’ ने भारत से लेकर विश्व के विभिन्न हिस्सों में अनुसंधानकर्ताओं द्वारा किए गए अध्ययनों के आधार पर गौरैया को ‘रेड लिस्ट’ में डाला हुआ है इसके बावजूद चंबल घाटी हजारो की तादात मे गौरैया की मौजूदगी एक सुखद एहसास कराती है ।
गौरैया एक संकटग्रस्त पक्षी है। ब्रिटेन ,इटली ,फ्रांस ,जर्मनी जैसे देशों में इनकी संख्या तेजी से गिर रही है मगर नीदरलैंड में तो इन्हें दुर्लभ प्रजाति के वर्ग में रखा गया है ।
जिस तरह से इटावा के पास बड़ी संख्या में गौरैया चिड़िया नजर आ रही है उससे गौरैया के भविष्य को लेकर एक सुखद अनूभूति हो रही है उधर वन अफसरों की भी खुशी का कोई ठिकाना नहीं है क्योंकि इतनी बड़ी तादाद में देश के किसी भी शहरी या फिर जंगली इलाकों में गौरैया चिड़ियों के मिलने की कोई भी रिपोर्ट नहीं मिली है ।
गौरैया एक ऐसी चिड़िया है, जो इंसान के घर आँगन में घोसला बनाकर उसके सबसे करीब रहती है लेकिन शहरों के विस्तार और हमारी बदलती जीवन शैली से अब गौरैया के रहन-सहन और भोजन में कई दिक्कतें आ रही हैं। यही वजह है कि शहरों में अब गौरैया की आबादी कम होती जा रही है । ऐसा माना जाता है कि शहरीकरण के इस दौर में गौरैया भी प्रभावित हुईं । गौरैया आबादी के अंदर रहने वाली चिड़िया है, जो अक्सर पुराने घरों के अंदर, छप्पर या खपरैल अथवा झाड़ियों में घोंसला बनाकर रहती हैं । घास के बीज, दाना और कीड़े-मकोड़े गौरैया का मुख्य भोजन है, जो पहले उसे घरों में ही मिल जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है। गौरैया के झुण्ड दिन भर उनके आगन में मंडराते रहते थे आप कह सकते हैं कि पहले घर में अगर 40-50 चिड़ियां आती थीं तो अब एक भी नहीं दिखती है।
सं विनोद
वार्ता
More News
सपा-बसपा के लिये परिवार और मोदी के लिये राष्ट्र सर्वोपरि: योगी

सपा-बसपा के लिये परिवार और मोदी के लिये राष्ट्र सर्वोपरि: योगी

29 Mar 2024 | 7:50 PM

अमरोहा, 29 मार्च (वार्ता) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस के लिए परिवार पहले है लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए राष्ट्र सर्वोपरि है।

see more..
मुख्तार के शव के देर रात तक गाजीपुर पहुंचने के आसार

मुख्तार के शव के देर रात तक गाजीपुर पहुंचने के आसार

29 Mar 2024 | 7:42 PM

गाजीपुर, 29 मार्च (वार्ता) माफिया डॉन और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के पार्थिव शरीर के शुक्रवार देर शाम गाजीपुर पहुंचने के आसार हैं जिसके मद्देनजर गाजीपुर और मऊ में सुरक्षा इंतजाम और कड़े कर दिये गये हैं।

see more..
गाजीपुर के युसूफपुर मोहम्मदाबाद में होगा मुख्तार का अंतिम संस्कार

गाजीपुर के युसूफपुर मोहम्मदाबाद में होगा मुख्तार का अंतिम संस्कार

29 Mar 2024 | 6:28 PM

गाजीपुर, 29 मार्च (वार्ता) मऊ सदर विधानसभा क्षेत्र से पांच बार विधायक रहे माफिया डान मुख्तार अंंसारी का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव यूसूफपुर मोहम्मदाबाद में स्थित पुस्तैनी कब्रस्तान काली बाग में होगा जिसकी तैयारियां मुक्कमल कर ली गयी हैं।

see more..
मुख्तार की मौत के मामले की होगी न्यायिक जांच

मुख्तार की मौत के मामले की होगी न्यायिक जांच

29 Mar 2024 | 4:16 PM

बांदा 29 मार्च ((वार्ता) उत्तर प्रदेश के बांदा में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने शुक्रवार को माफिया सरगना मुख्तार अंसारी की मृत्यु के न्यायिक जांच के आदेश दिए।

see more..
image