राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Mar 22 2021 9:12PM राष्ट्रीय मोदी बुंदेलखंड दो अंतिम लखनऊगौरतलब है कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र में उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश को सिंचाई एवं पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराने के लिये अगस्त 2005 में केन्द्र सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार एवं मध्य प्रदेश सरकार के मध्य केन-बेतवा नदी बेसिन के जल बटवारे को लेकर समझौता हुआ था, हालांकि बाद की सरकारों द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। परियोजना से उत्तर प्रदेश के महोबा, ललितपुर, हमीरपुर, झांसी एवं बांदा में कुल 2.51 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में सिंचाई व्यवस्था उपलब्ध एवं सुदृढ़ की जाएगी वहीं झांसी, ललितपुर एवं महोबा के क्षेत्रों में लगभग 21 लाख जनसंख्या को पेयजल की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। हमीरपुर में मौदहा बांध को भरने की सुनिश्चित व्यवस्था करते हुए हमीरपुर में 26,900 हेक्टेयर की सिंचाई व्यवस्था एवं तहसील राठ में पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा। महोबा में लगभग 37,564 हेक्टेयर, ललितपुर में लगभग 3,533 हेक्टेयर, झाँसी में लगभग 17,488 हेक्टेयर, हमीरपुर में 26,900 हेक्टेयर एवं बांदा में लगभग 1,92,479 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा का लाभ प्राप्त होगा। झांसी में लगभग 14.66 मिलियन क्यूबिक मीटर, ललितपुर में लगभग 31.98 मिलियन क्यूबिक मीटर, हमीरपुर में 2.79 मिलियन क्यूबिक मीटर एवं महोबा में लगभग 20.13 मिलियन क्यूबिक मीटर जल पेयजल के लिये उपलब्ध कराया जा सकेगा। परियोजना के अन्तर्गत बरियारपुर पिकप बीयर के डाउनस्ट्रीम में दो नये बैराजों का निर्माण कर करीब 188 मिलियन क्यूबिक मीटर जल भंडारण किया जा सकेगा। बरियारपुर पिकप वीयर, परीछा वीयर, बरुआ सागर बांध आदि संरचनाओं के निर्माण पुनरोद्धार एवं पुनर्स्थापना का कार्य होगा।प्रदीपवार्ता