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सहारनपुर जिला पंचायत चुनाव में विद्वान प्रत्याशियों की भरमार

सहारनपुर, 9 अप्रैल (वार्ता) पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में इस बार के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में आधे से भी ज्यादा प्रत्याशी उच्च शिक्षा प्राप्त हैं।
जिला पंचायत के 49 वार्डों में जो 494 उम्मीदवार मैदान में हैं उनमें 87 ग्रेजूएट,74 प्रत्याशी पोस्ट ग्रेजूएट, कुछ प्रत्याशी पीएचडी, एलएलबी, एमटेक, एमफिल और इंजीनियर एवं महाविद्यालयों के प्रोफेसर तक हैं। पंचायत चुनावों में इतने ज्यादा पढ़े लिखे लोगों के चुनाव मैदान में आने को सकारात्मक कदम बताते हुए सहारनपुर जेवी जैन डिग्री कालेज की अंग्रेजी विभाग की अध्यक्ष डाण् ममता सिंघल और उसी कालेज के पोलिटिकल्स साईंस के प्रवक्ता डा परविंद्र मलिक कहते हैं कि शिक्षित उम्मीदवार अधिकारों, कर्त्तव्यों और जिम्मेदारी के प्रति ज्यादा संवेदनशील रहता है। इसका ग्रामीण समाज को भारी लाभ मिलेगा।
प्रत्याशियों का अध्ययन करने पर दूसरी बड़ी बात यह सामने आई है कि आधे उम्मीदवार युवा हैं। 25 से 40 वर्ष की उम्र के उम्मीदवार 45 फीसद हैं और 20 फीसद उम्मीदवार 45 से 60 वर्ष के बीच के हैं। उम्मीदवार चुनाव प्रचार के लिए सोशल मीडिया समेत उच्च तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। सहारनपुर जिले में 19 हजार प्रत्याशी हैं। इनमें 8000 प्रधान बनने की दौड़ में शामिल हैं। 4817 बीडीसी पद के लिए दावेदार हैं।
सहायक निर्वाचन अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि बीडीसी के 31 उम्मीदवार निर्विरोध चुने जाएंगे। इनमें छह ब्लाक सरसावाए पांच ब्लाक देवबंद और पांच नानोता के हैं। दिलचस्प बात यह है कि गांव नोसरहेड़ी से निर्विरोध चुनी गई बीडीसी मीनाक्षी राणा की शिक्षा एमए बीएड है। उनके पति डा गजेंद्र सिंह एमसीए और पीएचडी हैं। मीनाक्षी मुजफ्फराबाद ब्लाक प्रमुख की प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं।
जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रहे फतेहपुर कलां गांव निवासी विनय चौहान इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हैं। वह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से प्रेरित हैं। उनका कहना है कि चुनाव जीतने पर वह केजरीवाल शैली में काम करेंगे।
जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रहे एक उम्मीदवार मांगेराम चौधरी पीएचडी हैं जबकि जिशान, नरेंद्र और सचिन कुमार एवं रामचंद्र की शिक्षा एलएलबी है। देवबंद ब्लाक के गांव मिरकपुर निवासी चौधरी जोगेंद्र पंवार दर्शन शास्त्र और योग में मास्टर डिग्री लिए हुए हैं। शायद यह पहला मौका है कि जिला पंचायत के 494 उम्मीदवारों में से केवल 65 ही बिना निरक्षक हैं। 23 उम्मीदवार 8वीं पास हैं। 87 उम्मीदवार साक्षर हैं। 42 उम्मीदवार प्राथमिक शिक्षा प्राप्त हैं। 62 उम्मीदवार जूनियर हाईस्कूल हैं। 65 हाईस्कूल और 90 उम्मीदवार इंटर पास हैं। जाहिर है कि राजनीति में युवा और पढ़े लिखों का रूझान बढ़ना समाज के लिए एक बेहतर लक्षण हैं।
सं प्रदीप
वार्ता
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