Friday, Apr 19 2024 | Time 07:38 Hrs(IST)
image
राज्य » उत्तर प्रदेश


संत परंपरा के तहत ध्यान मुद्रा में दी जाती है भू-समाधि

प्रयागराज,22 सितम्बर (वार्ता) संत परंपरा के तहत उनके दिवंगत होने वाले संत-महात्माओं के पार्थिव
शरीर को ध्यान मुद्रा में रखकर भू-समाधि दी जाती है।
ब्रह्मलीन संतों को तिरोधान के बाद संत की प्रतिष्ठा-परंपरानुसार उन्हें जल या भू समाधि दी जाती है। भारत में कई संतों ने भू-समाधि ली है। माना जाता है कि यह परंपरा 1200 साल से भी ज्यादा पुरानी है। आदिगुरु शंकराचार्य ने भी भू-समाधि ली थी और उनकी समाधि केदारनाथ में आज भी मौजूद बताई जाती है। संतों को भू-समाधि देने के पीछे संत- महात्माओं का तर्क है कि कालांतर में उनके अनुयायी अपने अराध्य का दर्शन और अनुभव उस स्थान पर
जाकर कर सकें।”
सनातन मत के अनुसार, संत परंपरा में तीन तरह से संस्कार होते हैं। दाह संस्कार, भू-समाधि और जल समाधि शामिल है। जल एवं भू-समाधि देने का विधान है। जल समाधि देने के लिए पार्थिव शरीर किसी पवित्र नदी की बीच
धारा में विसर्जित किया जाता है। इस दौरान पार्थिव शरीर से कुछ वजनी वस्तु बांध गंगा या किसी गहरे जलासय में डाल दिया जाता है। जिससे जल के अन्दर रहने वाले जलचर शरीर का भक्षण कर अपनी क्षुधा को शांत कर सकें।
भू-समाधि में पार्थिव शरीर को पांच फीट से अधिक जमीन के अंदर गाड़ा जाता है। उत्तराखंड सरकार ने साधु-संतों को भू-समाधि के लिए हरिद्वार कुंभ से पहले जमीन देने के प्रस्ताव को मंजूरी देकर साधु-संतों की वर्षों से चली आ रही मांग पूरा कर दिया। अखाड़ा परिषद के महंत नरेंद्र गिरी ने तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का आभार व्यक्त किया था।
हरिद्वार में भू-समाधि के लिए जमीन उपलब्ध नहीं होने के कारण साधु-संतों के शरीर त्यागने के बाद उन्हें सिर्फ जल समाधि दी जाती थी। यह जल प्रदूषण का भी एक कारण था। इस पर विचार करते हुए त्रिवेंद्र सिंह रावत कैबिनेट ने भू-समाधि के लिए पांच जमीन देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे द थी। उत्तराखंड सरकार ने सिंचाई विभाग की पांच हेक्टेयर जमीन साधु-संतों के नाम कर दी है।
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने उत्तराखंड सरकार से पांच एकड़ जमीन भू-समाधि के लिए मिलने के बाद कहा था कि इस जमीन की देखभाल भी अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ही करेगा। इसके साथ ही उन्होंने संत समाज से अपील किया था कि भू-समाधि के लिए जमीन मिल जाने के बाद अब जल समाधि पूरी तरीके से बंद कर दें जिससे गंगा जल प्रदूषित न हो और गंगा का प्रवाह भी अविरल और निर्मल बना रहे।
दिनेश त्यागी
वार्ता
More News
कांग्रेस ने भाजपा पर लगाया पदाधिकारी को हाइजैक करने का आरोप

कांग्रेस ने भाजपा पर लगाया पदाधिकारी को हाइजैक करने का आरोप

18 Apr 2024 | 10:46 PM

लखनऊ, 18 अप्रैल (वार्ता) उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि उनकी पार्टी के सह संयोजक विकास अग्रहरि को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कुछ कार्यकर्ता जबरन ले गये और उनके गले में भाजपा का अंगवस्त्र पहला कर फोटो सोशल मीडिया में वायरल कर दी।

see more..
जेवर में तैयार है एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट: योगी

जेवर में तैयार है एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट: योगी

18 Apr 2024 | 10:44 PM

बुलंदशहर 18 अप्रैल (वार्ता) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कहा कि एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट जेवर में बनकर तैयार है और जल्द ही एयरपोर्ट पर ट्रायल शुरू हो जाएगा जिससे क्षेत्र के लोगों को सुविधा के साथ रोजगार मिलेगा।

see more..
भाजपा सरकार में युवा कर रहे आत्महत्या: अखिलेश

भाजपा सरकार में युवा कर रहे आत्महत्या: अखिलेश

18 Apr 2024 | 10:40 PM

कन्नौज 18 अप्रैल (वार्ता) समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार में युवाओं को नौकरियां नहीं मिल रहीं जिसकी वजह से नौजवान आत्महत्या कर रहे हैं।

see more..
संविधान बचाने के लिये वोट दें: अखिलेश

संविधान बचाने के लिये वोट दें: अखिलेश

18 Apr 2024 | 10:35 PM

लखनऊ 18 अप्रैल (वार्ता) समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मतदाताओं से अपील की कि वे लोकतंत्र और संविधान बचाने के लिये शुक्रवार को पहले चरण के चुनाव में अधिकाधिक मतदान कर इंडिया समूह के प्रत्याशियों को विजयी बनायें।

see more..
image