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बुंदेलखंड की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत की बनेगी वेबसाइट:मंडलायुक्त

झांसी 04 अक्टूबर (वार्ता) उत्तर प्रदेश के झांसी मंडलायुक्त डॉ़ अजयशंकर पांडेय ने सोमवार को कहा कि बुंदेलखंड की समृद्ध ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत को विश्वपटल पर रखने के लिए एक वेबसाइट बनायी जायेगी।
यहां आयुक्त सभागार में बुंदेलखंड पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थल संरक्षण समिति की बैठक में मंडलायुक्त ने कहा कि बुंदेलखंड की प्राकृतिक व ऐतिहासिक सम्पदा इतनी समृद्ध है कि यदि इसे व्यवस्थित तरीके से विकसित कर विश्व पटल पर रखा जाये तो यहां पर्यटकों का न सिर्फ आकर्षण बढ़ेगा ब्लकि विलुप्त हो रहीं ऐतिहासिक इमारतों व पर्यटन स्थलों को नवजीवन मिलेगा साथ ही पर्यटकों के आने से रोजगार के अवसर बढ़ेगे।
झांसी मंडल में अनेक ऐसी ऐतिहासिक स्मारक व रमणीक स्थान है जो संरक्षित नहीं है, इन स्थानों को स्थानीय व्यक्तियों/संस्थाओं के सहयोग से संरक्षित कराये जाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के संस्कृति विभाग द्वारा “ एडोप्ट-ए-हैरिटेज ” है। यहां की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत को विश्व पटल पर रखने के लिए वेबसाइट का निर्माण किया जायेगा जिसका दायित्व इवेन्ट विशेषज्ञ गौरव गर्ग ने स्वीकार किया
बुन्देली पर्यटन समिति की कार्यप्रगति प्रस्तुत करते हुए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के टूरिज़्म एवं होटल मैनेजमेन्ट के डा. प्रतीक अग्रवाल ने बताया कि शोध छात्रों के माध्यम से चिन्हित स्थलों के ऐतिहासिक महत्व की जानकारियां संकलित हो रहीं हैं। पर्यटन विभाग के डा. चित्रगुप्त ने छोटे पर्यटक सर्किट बनाये जाने का प्रस्ताव रखा जिसमें पर्यटन विभाग अपनी बस से एक दिन में 24 पर्यटकों को ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण करायेगा।
पुरातत्व अधिकारी एस.के. दुबे ने उ.प्र. सरकार की एडोप्ट-ए-हैरिटेज योजना की जानकारी दी। उक्त पर मण्डलायुक्त ने सुझाव दिया कि झांसी मण्डल के तीनों जनपदों के ऐतिहासिक एवं पर्यटन स्थलों के छोटे-छोटे पर्यटक सर्किट बनाये जाये जिससे स्कूल/कॉलेज के विद्यार्थियों व आम जनता को एक दिवसीय भ्रमण पर जाने के लिए प्रेरित किया जा सके, इस गतिविधि से विद्यार्थियों/आमजन को अपनी विरासत इतिहास की जानकारी मिलेगी साथ ही मनोरंजक यात्रा भी होगी।
बैठक में मो. फिरोज इकबाल ने ललितपुर जनपद में पर्यटन विकास की संभावनाओं पर भी गहन चर्चा की गई, बंदरगुड़ा-देवगढ़-चाँदपुर-जहाजपुर-रणछोर धाम-नीलकंठेश्वर नामक एक पर्यटन सर्किट का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया जिसे शासन को संदर्भित किया जायेगा। मण्डलायुक्त ने एडॉप्ट ए हेरिटेज योजना के अन्तर्गत स्मारकों को गोद लेने के लिए विभिन्न संस्थाओं/संगठनों से अपील की है कि वे छोटे-छोटे स्थलों को गोद लेकर उन्हें विलुप्त होने से बचाएँ।बैठक का संचालन मंडलीय परियोजना प्रबंधक एन.एच.एम. आनंद चौबे ने किया।बैठक में उपाध्यक्ष-जे.डी.ए. सर्वेश कुमार, पुरातत्व अधिकारी एसके दुबे, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के डॉ प्रतीक अग्रवाल, पर्यटन विभाग के डा. चित्रगुप्त, आई.पी. भल्ला, प्रदीप कुमार तिवारी, फिरोज इकबाल, रामप्रकाश गुप्ता, गौरव गर्ग आदि उपस्थित रहे।
सोनिया
वार्ता
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