राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Aug 10 2022 11:25PM उत्तर प्रदेश योगी चिकित्सा दो अंतिम लखनऊश्री योगी ने कहा कि अगले शैक्षणिक सत्र में एएनएम केंद्रों में मेरिट के साथ-साथ एंट्रेंस एग्जाम की प्रक्रिया को शामिल किया जाना चाहिए जिससे कि एडमिशन प्रक्रिया में पार्दर्शिता सुनिश्चित की जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा “ किडनी रोग से हमें बचना है तो शुगर से बचना होगा और शुगर से बचने के लिए हमें तनाव से बचना होगा। इसके लिए जागरूक रहने के साथ ही लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि किडनी से सम्बंधित रोगों के इलाज में डायलिसिस की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है। ” उन्होने कहा कि ये संभव है कि सभी 75 जिलों में नेफ्रोलॉजिस्ट या किडनी विशेषज्ञ उपलब्ध नहीं हो सकते, लेकिन फिजिशियन हर जगह उपलब्ध हैं। इन फिजिशियन को प्रशिक्षित किया जा सकता है और तकनीशियनों को भी तैनात किया जा सकता है । इसके साथ ही डायलिसिस सेंटर को पीपीपी मॉडल पर भी संचालित किया जा सकता है जिसके लिए केंद्र सरकार इस काम में अपना सहयोग देना चाहती है। हमें राज्य के सभी 75 जिलों में मुफ्त डायलिसिस उपलब्ध कराने की दिशा में तेजी से कार्य करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि ओरल कैंसर के दृष्टिगत भी आज का दिन विशेष है। इसको लेकर पूरे प्रदेश में अभियान शुरू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बीमारी में उपचार से ज्यादा बचाव की भूमिका होती है। ऐसे में हमें तम्बाकू सहित सभी तरह के नशीले पदार्शों से दूर रहने की जरूरत है। इससे हम ओरल कैंसर जैसी बीमारी से बच सकेंगे। इस मौके पर उन्होने 35 एएनएम केंद्रों का वर्चुअली उद्घाटन करते हुए आगरा, सीतापुर और वाराणसी केन्द्रों के सीएमओ एवं एएनएम प्रशिक्षुओं से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने ने सभी सीएमओ को निर्देश दिया कि इन केंद्रों में प्रशिक्षुओं को अच्छी फैकल्टी, इंफ्रास्ट्रक्चर और लाइब्रेरी के साथ-साथ गुणवत्तापरक शिक्षा दी जाए। उन्होंने सभी प्रशिक्षुओं को बधाई देते हुए कहा कि 33 वर्ष बाद हमें अवसर प्राप्त हुआ है। आप सब मेहनत करें और अच्छा प्रशिक्षण प्राप्त करें।प्रदीपवार्ता