राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Oct 15 2024 8:41PM जागरुकता से आसान हो सकता है स्तन कैंसर का इलाजइटावा, 15 अक्टूबर (वार्ता) चिकित्सकों का मानना है कि महिलाओं के जागरुक रहने से स्तर कैंसर का उपचार आसान और प्रभावी तरीके से हो सकता है। सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में आयोजित स्तर कैंसर जागरुकता कार्यक्रम में चिकित्सकों ने कहा कि जितनी जल्दी स्तन कैंसर का पता चलेगा उतना ही सफल इलाज संभव हो सकेगा अगर कैंसर अंतिम चरण में पता चलता है तो उपचार प्रबंधन जटिल होता है। एंडोक्राइन सर्जरी विभाग के डॉ गणेश व डॉ सूरज ने कहा कि स्तन में दर्द लालमी या निप्पल से किसी तरह का डिस्चार्ज होने पर या गांठ का अनुभव होने पर अवश्य ओपीडी में आकर दिखाएं। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. डॉ. शैलेंद्र कुमार शर्मा ने छात्र-छात्राओं से कहा कि वे सभी सामुदायिक रूप से लोगों के साथ साझा करें जिससे स्तन कैंसर जैसी बीमारी से लोग बच सकें। कम्युनिटी मेडिसिन प्रो. डॉ. नरेश पाल ने कहा कि सबको मिलकर सामाजिक रूप से स्तन कैंसर के प्रति सामुदायिक जागरूकता के लिए निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए जिसमें आप सभी छात्र-छात्राएं जागरूकता के लिए महत्वपूर्ण कड़ी है। कम्युनिटी मेडिसिन असिस्टेंट प्रो. डॉ.सुगंधी शर्मा ने बताया कि ब्रेस्ट कैंसर माह को पिंक अक्टूबर के रूप में मनाते हैं ब्रेस्ट कैंसर क्या है और क्यों होता है। रेडिएशन ऑंकोलॉजी विभाग से डॉ प्रभा ने बताया कि स्तन कैंसर जैसी समस्या होने पर सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के कैंसर विभाग में सभी प्रकार की जांच जैसे अल्ट्रासोनोग्राफी, मैमोग्राफी बायोस्पी की जाती है और हर तरह का इलाज उपलब्ध है। इसीलिए घबराएं नहीं अगर किसी तरह का लक्षण दिखे तो जरूर जांच कराएं। डॉक्टर्स ने बताया कि अपने वजन को बढ़ाने ना दे, शराब या तंबाकू जैसे पदार्थों का प्रयोग ना करें, नियमित व्यायाम करें, महिलाएं हार्मोनल वर्थ कंट्रोल गोलीयों का सेवन कम करें, रजोनिवृत्ति के लक्षणों को ठीक करने के लिए हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी से बचें और स्तनपान अवश्य करवाएं।सं प्रदीपवार्ता