राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Oct 22 2024 9:01PM अमरोहा में किसानाें ने किया चक्का जामअमरोहा, 22 अक्टूबर (वार्ता) भारतीय किसान यूनियन संयुक्त मोर्चा के बैनर तले किसानों ने मंगलवार को अमरोहा कलेक्ट्रेट के सामने सड़क मार्ग पर चक्का जाम किया। मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश चौधरी ने कहा कि जोत घटने व लागत बढ़ने से खेती पर निर्भर युवा बेरोज़गारी से हताश हैं, महंगाई से किसानों को फायदा नहीं मिलता और हर परिस्थिति में किसान नुकसान में है। भारतीय किसान यूनियन (संयुक्त मोर्चा) के बैनर तले इकठ्ठा होकर किसानों ने अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट पर मंगलवार को धरना प्रदर्शन किया, किसानों की मांगों के प्रति जिलाधिकारी समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की बेरुखी से नाराज़ किसानों सड़क पर उतर आए और कलेक्ट्रेट के सामने सड़क मार्ग पर जाम लगा दिया। चौधरी ने कहा कि सरकार व प्रशासन की किसान विरोधी नीतियों से खेती-किसानी से जुड़े परिवारों को आर्थिक बर्बादी के कगार पर ला कर खड़ा कर दिया है। किसान से खाद, बिजली, सिंचाई आदि खेती की लागत नहीं निकल रही है। खेती से जुड़े युवाओं के लिए एक अच्छी और सुरक्षित नौकरी ढूंढ पाना पहले से कहीं कठिन हो गया है। मतलब साफ़ है कि जिन युवाओं के पास रोज़गार है वो भी अपने रोज़गार को लेकर सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर युवाओं को अपनी शिक्षा और कौशल की तुलना में उपयुक्त काम नहीं मिल पा रहा है। उन्होने कहा कि काफ़ी तादाद में युवा बेहतर रोज़गार पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। नतीजतन उनके मन में असंतोष की भावना घर कर गई है। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजवीर सिंह ने कहा कि मौजूदा सरकार ने अपने पहले कार्यकाल (2014-19) में स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ के मौके पर 202 तक नये भारत का वादा किया था। जिसमें 2047 तक विकसित भारत के प्राथमिकता वाले क्षेत्र शामिल थे। जिसमें नये भारत के लिए 4 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना , किसानों की आय दोगुनी करना और ग़रीबी उन्मूलन जैसे लक्ष्य शामिल हैं,लेकिन नये भारत वाले किसी भी वादे को पूरा नहीं किया गया है।सं प्रदीपवार्ता