राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Oct 26 2024 8:12PM आंवला किसानों की समस्याओं को लेकर प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा ज्ञापनप्रताप गढ़ 26 अक्तूबर (वार्ता) उत्तर प्रदेश में प्रताप गढ़ जिले में शनिवार को समाजवादी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मनीष पाल के नेतृत्व में आंवला किसानों की समस्याओं को लेकर महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी को संबोधित पांच सूत्री ज्ञापन जिलाधिकारी महोदय के कार्यालय पर प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा गया। ज्ञापन में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश सरकार के एक जिला एक उत्पाद योजना लागू होने से आंवला किसानों को यह लगने लगा था कि यह योजना उनके लिए वरदान साबित होगी, लेकिन उन्हें क्या पता था कि उनकी गाढ़ी कमाई उन्हें नहीं मिलेगी, उसका लाभ कम्पनी मालिक को मिलेगा। यह कम्पनियां अपने मुताबिक आंवले की दर तय कर रही है। वर्तमान समय में कम्पनियां आठ रुपये प्रति किलो के हिसाब से आंवला खरीद रही हैं, जबकि किसान तीन रुपया प्रति किलो खर्च करके मंडी में आढ़ती के पास पहुंचा रहा है। आढ़ती किसान से पांच रुपए प्रति किलो की दर से खरीदता है। किसान को सिर्फ दो रुपया प्रति किलो के हिसाब से पैसा मिलता है। इसी दो रुपया में किसान बाग की जोताई, पानी, दवा पर खर्च कर फसल तैयार करता है। कुल मिलाकर किसान को एक रुपया ही मिलता है। जिससे वह अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहा है। राष्ट्रपति को संबोधत ज्ञापन में आंवला खरीदने वाली कंपनियों द्वारा किसानों का शोषण बन्द कराए जाने, आंवला किसानों को उनकी उपज की सही कीमत दिलाए जाने, सरकार आंवले की न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित करने, सरकार क्रय केंद्र बनाकर आंवले की खरीद सुनिश्चित कराए, जिससे कंपनियों पर अंकुश लग सके और उनकी मनमानी न चल सके। सबसे अंतिम बिचौलियों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की गई है।सं. उप्रेतीवार्ता