चियांग राई 09 जुलाई (रायटर) थाइलैंड की गुफा में दो सप्ताह से फंसे स्कूल फुटबॉल टीम के 13 सदस्यों में से चार और बच्चों को सोमवार को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। इसके साथ ही पिछले दो दिनों में अब तक कुल आठ बच्चों को बाहर निकाला जा चुका है।
बचाव अभियान के प्रमुख नारोनगसाक ओसोतानकोन ने संवाददाताओं से कहा,“आज हम चार और बच्चों को सुरक्षित बाहर निकालने और उन्हें अस्पताल पहुंचाने में कामयाब रहे।”
यह पूछे जाने पर कि टीम के बचे चार बच्चों और उनके कोच को अगले अभियान में एक साथ निकालना संभव हो पाएगा तो श्री ओसोतानकोन ने कहा, “यह योजना पर निर्भर करता है। हमने चार लोगों को निकालने की योजना तैयार की है इसलिए यदि वे चाहते हैं कि पांचों को (एक ही समय में) बाहर निकालना चाहते हैं तो तब उन्हें अपनी योजना में बदलाव की जरूरत होगी।”
उन्होंने बताया कि उत्तरी चियांग राई प्रांत में स्थित इस तंग और दुरूह गुफा में फंसे फुटबॉल टीम के 12 बच्चों और उनके कोच को बाहर निकालने के साहसिक एवं खतरनाक अभियान की रविवार सुबह शुरुआत की गयी और पहले ही दिन चार बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। इस अभियान में 13 विदेशी गोताखोर और थाइलैंड नेवी सील के पांच सदस्य शामिल थे। गत शुक्रवार को इन बच्चों को निकालने के प्रयास में एक पूर्व थाई नेवी सील कमांडर की मौत हो गयी थी।
उन्होंने बताया कि सोमवार का अभियान रविवार की अपेक्षा अधिक निर्विघ्न रहा तथा इसमें दो घंटे का कम समय भी लगा। बार-बार के अभ्यास के कारण यह अभियान और अधिक सुचारू होता जा रहा है।
प्रधानमंत्री प्रयुथ चान ओचा ने आज गुफा का दौरा किया तथा राहत और बचाव अभियान का निरीक्षण किया। नौसेना के गोताखोरों ने उत्साह के साथ प्रधानमंत्री का अभिवादन किया।
श्री ओसोतानकोन के मुताबिक,“ प्रधानमंत्री ने कहा कि थाइ जमीन पर इस प्रकार की घटना दोबारा नहीं होगी। हमें इस अनुभव से सीखना चाहिए ताकि इसे फिर से होने से रोका जा सके।”
बचाव अभियान की देखरेख करने वाले थाइलैंड नेवी सील ने भी अपने फेसबुक पोस्ट में अब तक बचाये गये बच्चों की कुल संख्या आठ होने की पुष्टि की है।
बचाव अभियान में शामिल 56 वर्षीय स्वयंसेवक सोमजीत सैनेसेट ने कहा,“ बचाव अभियान बहुत व्यापक रहा है। मैं बहुत खुश हूं कि बच्चे सुरक्षित रूप से बाहर आए। मैं बाकी अभियान में शामिल सभी के लिए अपना नैतिक समर्थन भेजना चाहता हूं।”
म्यांमार की सीमा के निकट स्थित इस गुफा में गत 23 जून से फंसे फुटबॉल टीम के सदस्य बच्चों की आयु 11 से 16 बीच है। ये सभी तैरना नहीं जानते। इनमें से एक बच्चे का जन्मदिन मनाने के इरादे से घूमते हुए सभी बच्चे इस गुफा में फंस गये। गुफा के तंग, गहरे और कीचड़ भरे रास्ते अनुभवी गुफा विशेषज्ञों के लिए भी चुनौती हैं।
संजय, रवि
रायटर