दुनियाPosted at: Sep 17 2018 2:40PM 'मर्द को दर्द नहीं होता' को मिला टाेरंटो फिल्म फेस्टिवल में प्रतिष्ठित पुरस्कारटोरंटो 17 सितंबर(वार्ता) मुंबई के निर्देशक वासन बाला की फिल्म 'मर्द को दर्द नहीं होता' को टाेरंटो फिल्म फेस्टिवल में प्रतिष्ठित 'ग्रोल्स्क पीपुल्स च्वाईस मिडनाइट मैडनेस' पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मूल रूप से तमिलनाडु के कुम्बाकोनम निवासी श्री बाला ने कहा कि एक स्वतंत्र फिल्म निर्माता के लिए यह बहुत बड़ा सम्मान है। इस वर्ष टोरंटो फिल्म फेस्टिवल में शामिल होने वाली भारतीय फिल्मों में रितु सरीन एवं तेनजिंग सोनम की 'द स्वीट रेकीम' आनंद पटवर्धन की फिल्म 'विवेक'(रिजन) वासन बाला की 'मर्द को दर्द नहीं होता है' और अनुराग कश्यप की गौरतलब है कि निर्देशक वासन बाला की फिल्म 'मर्द को दर्द नहीं होता' का टोरंटो फिल्म फेस्टिवल के मिडनाइट मैडनेस वर्ग में प्रदर्शित किया गया।'द मैन हू फील्स नो पेन' अंग्रेजी टाइटिल वाली यह फिल्म 70 और 80 के दशक में मार्शल आर्ट पर आधारित एक्शन कॉमेडी से भरपूर है। फिल्म की अवधि 134 मिनट है और इसका फिल्मांकन मुंबई में किया गया। फिल्म की कहानी एक युवक पर पर आधारित है , जिसे एक ऐसी बीमारी है जिसमें उसे किसी प्रकार की पीड़ा नहीं होती। 'मनमर्जियां' रिमा दास की 'बुलबुल केन सिंग' प्रमुख रही। लंदन में रहने वाली भारतीय निर्देशक संध्या सूरी को फिल्म 'द फिल्ड' के लिए सर्वश्रेष्ठ लघु फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया। एक महिला के खेती बाड़ी पर आधारित इस फिल्म की शूटिंग भारत में हुई। नीरज टंडनवार्ता