दुनियाPosted at: Nov 28 2018 5:58PM श्री खान ने भारत और पाकिस्तान के बीच बेहतर संबंधों की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा,“ यदि हम गरीबी का खात्मा करना चाहते हैं तो सीमाओं को खोलना होगा।” उन्होंने भारत के साथ बातचीत करने की पेशकश को दोहराते हुए कहा,“यदि भारत एक कदम बढ़ाता है तो हम दो कदम आगे चलेंगे।” जियो टीवी के मुताबिक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा,“हम भारत के साथ अपने रिश्ते को आगे बढ़ाना चाहते हैं। जब कई युद्ध लड़ने के बाद भी फ्रांस और जर्मनी एक साथ शांति से रह सकते हैं तो फिर भारत और पाकिस्तान क्यों नहीं?”क्रिकेटर से राजनेता बने अपने दोस्त नवजोत सिंह सिद्धू के अपने प्रधानमंत्री पद के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने की आलोचना किये जाने पर श्री खान ने कहा,“ मुझे समझ नहीं आता कि क्यों उनकी (सिद्धू की) आलोचना की गयी जबकि सिद्धू परमाणु हथियारों से लैस दोनों देशों केे बीच शांति की बात करते हैं।” उन्होंने कहा,“ किसी के लिए यह सोचना मूर्खतापूर्ण है कि दो परमाणु हथियारों से लैस देशों के बीच युद्ध हो सकता है क्योंकि किसी के लिए कोई जीत नहीं हासिल होगी। इसलिए, यदि कोई युद्ध नहीं हो सकता है तो दोस्ती के अलावा अन्य कोई विकल्प है क्या?”श्री खान ने मजाकिया लहजे में कहा,“ मैं सिद्धू को पाकिस्तान के पंजाब से चुनाव लड़ने का निमंत्रण देता हूं और मैं जानता हूं कि वह जीतेगा। उम्मीद है कि हमें दोनों देशों के बीच संबंध सुधारने के लिए सिद्धू के प्रधानमंत्री बनने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा और इससे पहले भारतीय नेतृत्व सकारात्मक कदम उठाएगा।” श्री सिद्धू ने मंगलवार को ही पाकिस्तान के निमंत्रण पर आधारशिला समारोह में भाग लेने के लिए अपने देश के एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। भारतीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल केंद्रीय खाद्य मंत्री हरसिमरत कौर बादल, शहरी विकास मंत्री हरदीप एस पुरी और श्री सिद्धू वाघा सीमा पार कर लाहौर पहुंचे थे जहां पंजाब रेंजर्स के अधिकारियों ने उनका स्वागत किया।संजय.श्रवण वार्ता