दुनियाPosted at: Sep 13 2019 6:18PM पीपीपी की देश में ताजा चुनाव कराने जाने की मांगकराची,13 सितम्बर(वार्ता) पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी(पीपीपी) ने कराची में प्रशासनिक मुद्दों को लेकर इमरान खान सरकार के साथ तनाव को देखते हुए देश में चुनाव कराये जाने की मांग की है। पार्टी के नेता राजा रब्बानी और सिंध के सूचना मंत्री सईद घानी ने शुक्रवार को यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कराची में अनुच्छेद 149 को लागू करने के गंभीर परिणाम होंगे। दोनों नेताओं ने कहा कि संविधान संघीय सरकार को अनुच्छेद 149 के तहत प्रांतीय प्राधिकारियों को केवल सुझाव की अनुमति देता है । संघीय सरकार के कराची में प्रत्यक्ष रुप से हस्तक्षेप की बात करना गैर कानूनी है । श्री रब्बानी ने पाकिस्तान तहरीक.ए.इंसाफ सरकार के अधिकारी के पहले दिए गए बयानों का उल्लेख करते हुए आगाह किया कि यदि सिंध प्रांत का विभाजन किया गया तो इसके गंभीर प्रभाव होंगे। उन्होंने भारत का उल्लेख करते हुए कहा “ भारत में कई ऐसे राज्य हैं जिनको विशेष दर्जा प्राप्त है। भारत में ऐसा कुछ होने का अनुसरण करने पर पाकिस्तान को नुकसान हो सकता है।” श्री रब्बानी ने भारत के पांच अगस्त को जम्मू.कश्मीर के विशेष राज्य का दर्जा खत्म करने और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने का उल्लेख किया । उन्होंने कहा इसके बाद वहां लगाए गए कर्फ्यू की तरफ पूरे विश्व का ध्यान गया । इससे पहले विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि सरकार सिंध सरकार के कामकाज में हस्तक्षेप नहीं करेगी। राष्ट्रीय एसेम्बली को संबोधित करते हुए श्री कुरैशी ने सिंध के सांसदों को आश्वस्त किया था कि प्रांतीय स्वायतता को नुकसान पहुंचाने वाला ऐसा कोई काम सरकार नहीं करेगी।पीपीपी के अध्यक्ष बिलावल जरदारी की आलोचना करते हुए श्री कुरैशी ने कहा यह बिलावल के राजनीतिक जीवन की शुरुआत है और वह क्या कह रहे हैं इसके प्रति सतर्क रहना चाहिए । उन्होंने कहा,“ मुझे बिलावल की देशभक्ति को लेकर कोई संदेह नहीं है, लेकिन ऐसे मुद्दों पर बोलते समय सतर्कता बरती चाहिए।”मिश्रा जितेन्द्रवार्ता