Friday, Mar 29 2024 | Time 18:12 Hrs(IST)
image
दुनिया


शू की ने रोहिंग्याओं को बंगलादेशी कहा था: कैमरून

ढाका, 22 सितंबर (वार्ता) ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरुन ने अपनी पुस्तक ‘फॉर द रिकॉर्ड’ में दावा करते हुए कहा है कि म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान शू की ने रोहिंग्या मुसलमानों को बंगलादेशी बताया था।
न्यूजवीक मैगजीन के मुताबिक श्री कैमरुन ने 2010 से 2016 तक के अपने कार्यकाल के दौरान के अनुभवाें को साझा करते हुए यह पुस्तक‘फॉर द रिकॉर्ड’ नामक किताब लिखी है जिसमें उन्होंने इस बात का उल्लेख किया है।
सुश्री शू की से अपनी पहली मुलाकात के बारे में उन्होंने कहा, “मैं लोकतंत्र समर्थक और प्रचारक शू की से मिला जो 15 वर्ष घर में नजरबंद रहीं और अपने देश में लोकतंत्र स्थापित किया।” इसके बाद श्री कैमरुन की अक्टूबर 2013 में लंदन में सुश्री शू की से दोबारा मुलाकात हुई।
श्री कैमरून ने बताया “ एक वर्ष बाद जब वह मुझे लंदन में मिली तो उस समय तक रोहिंग्या मुसलमानों का मामला तूल पकड़ता जा रहा था और सभी की निगाहें इस समुदाय पर थी जिन्हेें बाैद्ध राखिने समुदाय के लोग देश से बाहर निकाल रहे थे और पूरे मीडिया में रोहिंग्या मुसलमानों की महिलाओं के साथ बलात्कार, हत्या और लोगों के नरंसहार की रिपोर्टें मिल रही थी। मैंने उनसे कहा कि पूरा विश्व इस घटनाक्रम को देख रहा है तो सू की ने जबाव दिया कि वास्तव में रोहिंग्या मुसलमान म्यांमार के नहीं है बल्कि वे बंगलादेशी हैं।”
मैगजीन के अनुसार यह बयान ऐसे वक्त सामने आया जब हाल ही में संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट जारी हुई थी जिसमें कहा गया था कि म्यांमार इस नरसंहार को रोकने में और आरोपियों को सजा देने में विफल रहा है।
मानव अधिकार कार्यकर्ता यांघी ली ने इस सप्ताह हुई मानव अधिकार परिषद की बैठक को संबोधित करते हए कहा कि म्यांमार ने हिंसा और नरसंहार रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाए।
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक सात लाख रोहिंग्या शरणार्थियों ने बंगलादेश में शरण ली हुई है। सुश्री शू की ने 15 वर्षों तक घर में नजरबंद रहने के दौरान सैन्य शासन का विरोध किया था । वर्ष 2013 में रोहिंग्याओं पर हिंसा के बाद हालांकि सुश्री शू की की कड़ी आलोचना हुई थी।
शोभित जितेन्द्र
वार्ता
image