नयी दिल्ली, 16 जनवरी (वार्ता) सड़क सुरक्षा में सुधार के लिए इंजीनियरिंग समाधानों को प्रोत्साहन देने हेतु सड़क सुरक्षा लेखा परीक्षा में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) इंजीनियरों के प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान दे रहा है।
एनएचएआई का कहना है कि अपने इंजीनियरों को अनिवार्य रूप से 15 दिनों का सड़क सुरक्षा लेखा परीक्षण का प्रशिक्षण दे रहा है। इस प्रशिक्षण से कोई इंजीनियर वंचित नहीं रहे, इसके लिए प्रबंधक और उप महाप्रबंधक के पद पर इंजीनियरों की पदोन्नति के लिए इस प्रशिक्षण को मुख्य मानदंड बनाया गया है। साल 2022-23 के दौरान प्राधिकरण के लगभग 240 इंजीनियरों को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-आईआईटी दिल्ली, केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और भारतीय राजमार्ग अभियंता एकेडमी में इस कार्य में प्रशिक्षित किया गया है।
प्राधिकरण ने कहा कि राजमार्गों को सुरक्षित बनाने के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग को भी प्राथमिकता दी जा रही है। सड़क दुर्घटनाओं के प्रबंधन और राजमार्गों पर गति सीमा और अन्य नियमों को लागू करने के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों और एक्सप्रेसवे पर उन्नत यातायात प्रबंधन प्रणाली को लागू किया जा रहा है। उन्नत यातायात प्रबंधन प्रणाली को लगभग 3,000 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों के लिए लागू किया गया है। इसके अलावा, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे जैसे कार्यान्वयन के अंतर्गत परियोजनाओं पर भी उन्नत यातायात प्रबंधन प्रणाली स्थापित की जा रही है।
गौरतलब है कि सुरक्षित सड़कों के बारे में लोगों को जागरूक करने के वास्ते 11 से 17 जनवरी तक 'सड़क सुरक्षा सप्ताह' मनाया जा रहा है। इस सप्ताह के दौरान, आम जनता के बीच जागरूकता पैदा करने और सभी को अवसर प्रदान करने के लिए पूरे देश में हितधारकों को सड़क सुरक्षा कार्यक्रम में योगदान देने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है।
अभिनव, यामिनी
वार्ता