नयी दिल्ली 06 जनवरी (वार्ता) राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने तमिलनाडु पुलिस के विशेष सब इंस्पेक्टर विल्सन हत्याकांड मामले के फरार आरोपी शिहाबुद्दीन उर्फ सिराजुद्दीन को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया।
एनआईए ने बुधवार को बताया कि विल्सन की पिछले वर्ष छह जनवरी को गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। इस मामले के फरार आरोपी सिराजुद्दीन (39) को कतर से चेन्नई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंचने के बाद आज गिरफ्तार कर लिया गया।
विल्सन की पिछले साल जनवरी में जिहादी आतंकवादियों अब्दुल शमीम और तौफिक ने उस समय हत्या कर दी थी जब वह कन्याकुमारी जिले के कालियाक्विलाई मार्केट रोड पर चेक-पोस्ट पर ड्यूटी कर रहे थे।
आतंकवाद विरोधी जांच एजेंसी एनआईए ने एक फरवरी, 2020 को इस मामले को संभाला और अपनी जांच के दौरान, आरोपी खाजा मोहीदीन, महबूब पाशा, इजास पाशा, जाफर अली और सिराजुद्दीन की भूमिकायें आतंकवादी कार्रवाई को अंजाम देने की साजिश में भी पाया। इसके अलावा आरोपियों काे हमलावरों को अवैध बन्दूक खरीदने और प्रतिबंधित गोला-बारूद मुहैया कराने के लिए हिंसक जिहाद को अंजाम देने का भी खुलासा किया गया।
अब्दुल शमीम और तौफिक को जांच एजेंसी ने बाद में गिरफ्तार कर लिया। जांच एजेंसी ने इसके बाद 10 जुलाई 2020 को विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत अब्दुल शमीम, तौफिक, मोहीउद्दीन, महबूब पाशा, एजास पासा और जफर अली के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया।
एनआईए के मुताबिक सिराजुद्दीन ने शमीम और तौफिक की ओर से इस्तेमाल किये गये अवैध हथियारों एवं गोले बारूद का इंतजाम किया था ताकि वे आतंकवादी घटना को अंजाम दे सकें। इस घटना के बाद वह फरार होकर विदेश चला गया था। एनआईए इस मामले की आगे जांच कर रही है।
संजय राम
वार्ता