चंडीगढ़, 11 मई (वार्ता) मृदा एवं जल संरक्षण के कैबिनेट मंत्री डॉ इन्दरबीर सिंह निज्जर ने गुरुवार को राज्य के मृदा एवं जल संरक्षण विभाग की ‘संशोधित स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर’ की शुरुआत की।
श्री निज्जर ने कहा कि नई कार्य प्रक्रियाओं को 50 से अधिक सालों के बाद संशोधित किया गया है, और यह 1960 के दशक के दौरान बनाई गईं पुरानी प्रक्रियाओं की जगह ले लेंगी, जब विभागीय कार्य प्रकृति में मामूली थे और मुख्य तौर पर केवल मृदा संरक्षण के कार्यों तक सीमित थे।
उन्होंने कहा कि विभागीय कार्यों की प्रकृति और मापदंड बहुत बदल गए हैं। भूजल के तेज़ी से घटने और सीमित सतही पानी की उपलब्धता के कारण ख़ास तौर पर 1980 के दशक के अंत के बाद जल संसाधनों के संरक्षण एवं प्रबंधन ने महत्व ग्रहण किया। इसलिए, संशोधित कार्य विधियों में बारिश के पानी का संरक्षण, भूमिगत पाईपलाईनें, ड्रिप/स्प्रिंकलर सिंचाई, और ट्रीट किए गए पानी का प्रयोग जैसे कार्यों पर ज़ोर दिया गया है, जोकि विभाग का मुख्य बिंदु बन गए हैं।
विजय.श्रवण
वार्ता