नयी दिल्ली 25 नवंबर (वार्ता) दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को निर्भया के माता-पिता की ओर से दायर उस याचिका को दूसरे न्यायाधीश को स्थानांतरित कर दिया जिसमें 2012 के निर्भया सामुहिक दुष्कर्म मामले के दोषियों को जल्द फांसी देने के लिए तिहाड़ जेल अधिकारियों को निर्देश देने की अपील की गयी है।
दिल्ली में 16 दिसंबर, 2012 को पैरामेडिकल की 23 वर्षीय छात्रा के साथ बेरहमी से मारपीट और सामुहिक दुष्कर्म किया गया था और सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में इलाज के दौरान 29 दिसंबर को उसकी मृत्यु हो गयी थी।
उच्चतम न्यायालय ने दिसंबर 2018 में एक जनहित याचिका खारिज कर दी जिसमें केंद्र को इस मामले में चार दोषियों - मुकेश, पवन, विनय और अक्षय को मौत की सजा देने के लिए निर्देश देने की मांग की गयी थी।
पिछले साल दिसंबर में, निर्भया के माता-पिता ने सभी चार दोषियों को जल्द से जल्द फांसी देने की मांग को लेकर अदालत का दरवाजा खटखटाया, जिस पर सुनवाई करते हुए जिला जज यशवंत कुमार ने उसे 28 नवंबर को अगली सुनवाई के लिए अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सतीश अरोड़ा को स्थानांतरित कर दिया।
यामिनी, संतोष
वार्ता