पटना 16 नवंबर (वार्ता) बिहार की नीतीश सरकार में करीब तेरह साल तक उप मुख्यमंत्री रहे सुशील कुमार मोदी की कमी आज सातवीं बार मुख्यमंत्री बने नीतीश कुमार को भी खल रही है।
श्री नीतीश कुमार ने आज बिहार में सातवीं बार मुख्यमंत्री पद और गपनीयता की शपथ ग्रहण की। उन्हें बिहार के विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक जनता दल यूनाइटेड (जदयू), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के चौदह नए मंत्रियों की एक टीम तो मिली लेकिन इस टीम में अब तक उनके साथ हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर चले पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी नहीं हैं ।
शपथ ग्रहण समारोह के बाद मुख्यमंत्री से जब पत्रकारों ने सवाल किया कि क्या वह श्री मोदी की कमी को महसूस कर रहे हैं तब उन्होंने इसका उत्तर हां में दिया, लेकिन इससे ज्यादा वह कुछ और नहीं कहे । उन्होंने इतने सवाल के जवाब में कहा, “हर बार कुछ नया होता है और इस बार भी नया होगा। सभी मिलकर अच्छा काम करेंगे।” वहीं, श्री मोदी से जब संवाददाताओं ने उन्हें उप मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने के संबंध में सवाल किया तब उन्होंने एक शब्द भी नहीं कहा। वह पत्रकारों के हर सवाल पर चुप्पी साधे रहे ।
सूरज शिवा
जारी (वार्ता)