पटना, 10 जनवरी (वार्ता) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज इंडो-नेपाल बार्डर और स्टेट हाईवे- 95 का हवाई सर्वेक्षण किया।
स्टेट हाईवे- 95 का निर्माण- मानसी (एन0एच0-31)-सहरसा-हरदी चैघड़ा पथ (राज्य उच्च पथ संख्या- 95), खगड़िया जिला के एन0एच0- 31 के मानसी से प्रारंभ होकर सहरसा एवं मधेपुरा जिला होते हुये सुपौल जिलान्तर्गत एस0एच0- 66 पर हरदी-चैघड़ा में मिलती है। इस पथ की लंबाई 75.02 किलोमीटर होगी।
मानसी से लगभग 7.5 किलोमीटर (बदलाघाट) तक सिंगल लेन पथ है, जिस पर यातायात चालू है। किलोमीटर 7.5 (बदलाघाट) से लगभग किलोमीटर 15.5 (फनगो हॉल्ट) तक वर्तमान में पथ का कोई एलाइनमेंट नहीं है। इस पथांश में बागमती, कात्यायनी (कमला), मृत कोसी एवं कोसी नदी बहती है, जो एलाइनमेंट के क्रमश: 10वें , 12वें , 14वें एवं 15वें किलोमीटर पर अवस्थित है। इन नदियों पर वर्तमान में कोई सड़क पुल नहीं है। पथ योजना में इन चारों नदियों पर उच्चस्तरीय पुल प्रस्तावित है। इन पुलों के निर्माण से मिसिंग लिंक खत्म हो जायेगा एवं आवागमन सुगम हो जायेगा। इस सड़क के बन जाने से सुपौल, मधेपुरा, सहरसा, खगड़िया आदि जिले के नागरिकों को राजधानी पटना आने में सहूलियत होगी। । इस कार्य का डी0पी0आर0 तैयार कर लिया गया है।
मुख्यमंत्री ने एलाइनमेंट के निरीक्षण के उपरान्त इसका अनुमोदन प्रदान किया है और निर्माण कार्य शुरू करने का निर्देश दिया है।
इंडो-नेपाल बार्डर रोड- यह पथ पश्चिम चम्पारण के मदनपुर से प्रारंभ होकर इंडो- नेपाल बार्डर के साथ-साथ किशनगंज के गलगलिया तक जाता है। इस पथ की कुल लंबाई 552.293 किलोमीटर प्रस्तावित है। यह पथ राज्य के पश्चिम चम्पारण, पूर्वी चम्पारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया एवं किशनगंज से गुजरती है। इन सात जिलों के कुल 365 गांवों में कुल 2894 एकड़ भूमि का अधिग्रहण होना है। बिहार सरकार के अनुरोध पर भारत सरकार ने इस योजना को पूर्ण करने की अवधि मार्च 2022 संशोधित कर निर्धारित की है।
इस योजना के सुपौल जिले में पड़ने वाले हिस्से भपटियाही से वीरपुर का एरियल सर्वे मुख्यमंत्री द्वारा किया गया। जहाॅ दो लेन का उत्कृष्ट पथ बन गया है। मुख्यमंत्री ने अन्य जिलों के काम में तेजी लाने का निर्देश दिया । हवाई सर्वेक्षण के क्रम में पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, मुख्य सचिव दीपक कुमार, प्रधान सचिव (पथ निर्माण) अमृत लाल मीणा एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे।
सतीश
वार्ता