पटना/गोपालगंज, 04 जनवरी (वार्ता) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज गोपालगंज जिले से प्रगति यात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत की और जिले को 140 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात दी तथा विकास से जुड़ी कई घोषणाएं भी की।
श्री कुमार ने शनिवार को प्रगति यात्रा के क्रम में गोपालगंज जिले में लगभग 140 करोड़ रुपये की लागत से 72 योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इनमें 7169.080 लाख रुपये की लागत से 61 योजनाओं का उद्घाटन तथा 6733.670 लाख रुपये की लागत से 11 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है। इनके अलावा उन्होंने जिले के विकास से जुड़ी कई योजनाओं की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने इस क्रम में कहा कि गन्ना किसानों की मांग है कि उन्हें गन्ने के अच्छे दाम दिये जाएं। हमने निर्णय लिया है कि गन्ने के दाम में 20 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की जायेगी। इसमें से दस रुपये प्रति क्विंटल की बढोतरी की जा चुकी है। शेष 10 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की जायेगी, जिसका खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। उन्होंने कहा कि उच्कगांव प्रखंड के सलेमपट्टी गांव में आवागमन की समस्या के निराकरण के लिए मीरगंज बाजार बाईपास का निर्माण कराया जायेगा।
श्री कुमार ने तुरकाहा गांव में जाम की समस्या के निराकरण के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-27) से भोजपुरवा गांव से तुरकाहा एनएच-531 तक गोपालगंज बाइपास का निर्माण, सारण तटबंध के बिंदु 120 किलोमीटर से 162 किलोमीटर तक सुदृढ़ीकरण एवं पक्कीकरण, कटेया औद्योगिक क्षेत्र के विकास के लिए चिन्हित स्थल को विजयीपुर देवरिया सड़क से जोड़ने के लिए बाईपास सड़क का निर्माण, उचकागांव प्रखंड के अंतर्गत नवादा परसौनी से सुमरिया गांव के बीच दहा नदी पर पुल का निर्माण, थावे मंदिर का विकास एवं सौंदर्यीकरण, बाँकरपुर (सारण) से डुमरिया घाट (गोपालगंज) फोरलेन सड़क का निर्माण कराये जाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान सात निश्चय के तहत 21.60 करोड़ रुपये की लागत से नवनिर्मित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, सिधवलिया गोपालगंज के प्रशासनिक भवन, कर्मशाला भवन, स्टाफ हॉस्टल, कैंटीन ब्लॉक, प्राचार्य आवास, उप प्राचार्य आवास, चाहरदीवारी, पहुंच पथ, स्थल विकास, फर्नीचर एवं फर्निशिंग कार्य से संबंधित शिलापट्ट का अनावरण कर उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के नवनिर्मित भवन का निरीक्षण किया और कहा कि काफी सुंदर भवन बन गया है। इसका नियमित रूप से रख-रखाव होना चाहिए। यहां स्टाफ के आवासन की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है ताकि पठन-पाठन का कार्य ससमय होता रहे। यहां विद्यार्थियों के लिए भी हर प्रकार की व्यवस्था उपलब्ध करायी गई है। विद्यार्थियों को प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए नई तकनीक संबंधित मशीनें लगाई गई हैं।
सूरज शिवा
जारी (वार्ता)