राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Jul 12 2022 10:29PM बिहार विधानसभा की साहसिक निर्णय परंपरा को नीतीश सरकार ने आगे बढ़ाया : मोदी
पटना 12 जुलाई (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार विधानसभा को साहसिक निर्णय लेने वाला सदन बताया और कहा कि पंचायती राज में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने इस परंपरा को आगे बढ़ाया है।
श्री माेदी ने मंगलवार को यहां बिहार विधानसभा भवन के शताब्दी समारोह के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार विधानसभा का अपना एक इतिहास रहा है, यहां विधानसभा भवन में एक से एक साहसिक निर्णय लिए गए हैं। आजादी के पहले इसी विधानसभा से गवर्नर सत्येंद्र प्रसन्न सिन्हा ने स्वदेशी उद्योगों को प्रोत्साहित करने और स्वदेशी चरखा को अपनाने की अपील की थी। आजादी के बाद इसी विधानसभा में जमींदारी उन्मूलन विधेयक पारित हुआ था। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए नीतीश सरकार ने बिहार पंचायती राज अधिनियम को पारित किया और इसके जरिए बिहार पहला ऐसा राज्य बना जिसने पंचायती राज में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र से लेकर सामाजिक जीवन तक समान भागीदारी और समान अधिकार के लिए कैसे काम किया जा सकता है यह विधानसभा इसका उदाहरण है। उन्होंने कहा कि बीते सौ वर्ष में यह भवन यह परिसर कितने ही महान व्यक्तित्वों की आवाज का साक्षी रहा है। इस इमारत ने इतिहास के रचयिताओं को भी देखा है और खुद भी इतिहास का निर्माण किया है।
श्री मोदी ने कहा, “कहते हैं वाणी की ऊर्जा कभी भी समाप्त नहीं होती। इस ऐतिहासिक भवन में कही गई बातें बिहार के उत्थान से जुड़े संकल्प एक ऊर्जा बनकर आज भी उपस्थित है। आज भी वह वाणी और शब्द गूंज रहे हैं।” उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा भवन का शताब्दी वर्ष उत्सव ऐसे समय में हो रहा है जब देश अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। भवन के 100 साल और आजादी के 75 साल यह केवल समय का संयोग नहीं है। इस संयोग का साझा अतीत भी है और सार्थक संदेश भी है।
सूरज शिवा
वार्ता