पटना 09 सितंबर (वार्ता) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सिखों के दसवें गुरू गोविंद सिंह की 350वीं जयंती के अवसर पर बहुउद्देशीय प्रकाश केंद्र एवं उद्यान योजना का कार्य आरंभ करते हुये आज कहा कि इस केंद्र का नाम प्रकाश पुंज रखा जाना चाहिए।
श्री कुमार ने यहां गुरू का बाग, बाजार समिति परिसर, पटना साहिब में बहुउद्देशीय प्रकाश केंद्र एवं उद्यान योजना का रिमोट के माध्यम से कार्य आरंभ किया। उन्होंने कहा कि इसका नामकरण प्रकाश पुंज होना चाहिए। यहां चार द्वार बनेंगे, जिनके नाम बाबा अजीत सिंह द्वार, बाबा फतेह सिंह द्वार, बाबा जुझार सिंह द्वार और बाबा जोरावर सिंह द्वार होंगे। इसके अलावा यहां पाच तख्त होंगे और उनके नाम तख्त श्री पौता साहिब, तख्त श्री नांदेड़ साहिब, तख्त श्री केशगढ़ साहिब, तख्त श्री हेमकुंड साहिब होंगे। इसका तलहट होगा तख्त श्री पटना साहिब।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रकाश पुंज का निरीक्षण करने वालों को सिख धर्म और गुरु गोविन्द सिंह जी महाराज के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकेगी। इसका नाम प्रकाश पुंज रखने के पीछे मकसद है कि यह ज्ञान की भूमि है। उन्होंने कहा कि 54.16 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस केंद्र एवं उद्यान का निर्माण कार्य 18 माह के अंदर पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उनकी इच्छा है कि 14 महीने बाद 2020 में होने वाले प्रकाश पर्व से पहले इसका काम पूर्ण कर लिया जाए ताकि उस समय इसका उद्घाटन किया जा सके।
सूरज उमेश
जारी (वार्ता)