राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Jun 3 2019 6:59PM बगैर किसी कारण के बिजली गुल होने पर होगी सख्त कार्यवाही-कमलनाथ
भोपाल, 03 जून (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज बिजली कर्मियों को सख्त निर्देश दिए है कि बगैर किसी कारण के बिजली गुल होने पर जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी को बख्शा नही जायेगा।
श्री कमलनाथ ने प्रदेश में बिजली व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने और अनावश्यक कटौती न होने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि सरप्लस बिजली होने के बाद भी बिजली कटौती होना गंभीर है। उन्होंने इसके लिए जवाबदेह अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि बगैर किसी कारण के बिजली गुल होने पर जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा कि तकनीकी खामी और फाल्ट होने थे पर बिजली गुल होने अलावा अगर बिजली बगैर किसी कारण बंद रहती है तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बिजली किसानों और आम जनता से जुड़ी एक अनिवार्य सुविधा है। बिजली महकमे से जुड़े हर स्तर के अधिकारी और कर्मचारियों को इस नागरिक सुविधा को हर स्थिति में सुचारू और बहाल रखने के लिये अथक प्रयास और पूरी संवेदनशीलता के साथ काम करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आम उपभोक्ताओं को 24 घंटे और कृषि कार्य के लिए 10 घंटे बिजली निरंतर बिजली का प्रदाय सुनिश्चित होना चाहिए। इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिए कि बिजली उपलब्धता में आने वाली किसी भी तकनीकी खराबी और फाल्ट में त्वरित गति से सुधार सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने शिकायत व्यवस्था को भी दुरुस्त करने को कहा ताकि लोगों के फोन सुने जा सकें और उसका निराकरण तत्काल हो सके।
उन्होंने बारिश के पूर्व होने वाले मेंटेनेंस के लिए बिजली कटौती का समय इस तरह निर्धारित करने को कहा जिससे आम जनता को कोई परेशानी न हो। उन्होंने निर्देश दिए कि मेटेनेंस कार्य के लिये बिजली कटौती की सूचना पर्याप्त समय पूर्व आम जनता मिलना सुनिश्चित किया जाए।
नाग
वार्ता