पार्लियामेंटPosted at: Mar 16 2018 4:12PM राज्यसभा दसवें दिन भी ठप्प
नयी दिल्ली 16 मार्च (वार्ता) आँध्रप्रदेश और कावेरी के मुद्दे पर हंगामे के कारण आज राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गयी और इस तरह लगातार दसवें दिन भी सदन में कोई काम काज नहीं हो सका।
बजट सत्र के दूसरे चरण में दो सप्ताह का समय पूरी तरह हंगामे की भेंट चढ़ गया।
आज जब भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो मोदी सरकार से इस्तीफा दे चुके तेलगुदेशम के वाई एस चौधरी ने नियम 241 के तहत कल का अपना जारी भाषण पूरा किया। उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफ़ा देने के कारणों का जिक्र करते हुए सदन को बताया कि किस तरह आँध्रप्रदेश पुनर्गठन कानून के पारित होने के दौरान विशेष राज्य का दर्ज़ा देने की बात कही गयी लेकिन अब उसे पूरा नहीं किया जा रहा। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टियों की जगह दूसरी पार्टियों के सत्तारूढ़ होने से सरकार नहीं बदलती और पिछली सरकार में लिए गए फैसलों को अगली सरकारें भी लागू करती हैं।
श्री चौधरी ने 2014 में इस विधेयक के राज्यसभा में पारित किये जाने के दिन सदन की कार्यवाही के दौरान तत्कालीन भाजपा सदस्य एम वेंकैया नायडू को उधृत करते हुए कुछ कहा तो रेल मंत्री पीयूष गोयल ने उपसभापति जे कुरियन से कहा कि सभापति पर इस तरह की टिप्पणी उचित नहीं तब श्री चौधरी की श्री गोयल से थोड़ी देर नोकझोंक भी हुई और कांग्रेस के सदस्यों ने भी श्री गोयल की इस बात पर आपत्ति जताई। श्री कुरियन ने कहा कि अगर श्री चौधरी ने अपने भाषण में कोई आपत्तिजनक बात कही है तो उसे सदन के रिकार्ड से हटा दिया जायेगा।
इसके बाद श्री चौधरी ने अपनी बात समाप्त कर दी। इसके तुरंत बाद तेलगु देशम के सी एम रमेश, अन्नाद्रमुक के सदस्य सभापति के आसन के पास आकर रोज की तरह हंगामा करने लगे। तब श्री कुरियन ने सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी।
अरविन्द.संजय रीता
वार्ता