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कश्मीर की स्थिति में कोई बदलाव नहीं

कश्मीर की स्थिति में कोई बदलाव नहीं

श्रीनगर 28 अक्टूबर (वार्ता) जम्मू-कश्मीर में पांच अगस्त से सविधान के अनुच्छेद 370 और 35ए खत्म किये जाने के बाद से हड़ताल जारी है तथा घाटी में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त केन्द्रीय अर्द्ध सैनिक बल को तैनात किया गया है।

पिछले 24 घंटों के दौरान घाटी में पथराव और विरोध प्रदर्शन की कुछ घटनाओं को छोड़कर, हालात शांतिपूर्ण बने हुए हैं। इस दौरान अलगावादी नेता मीरवाइज़ मौलवी उमर फारूक के मजबूत गढ़ माने जाने वाले क्षेत्र जामिया मस्जिद में पांच अगस्त के बाद से लगे प्रतिबंधों के कारण नमाज भी अदा नहीं की जा सकी है। जामिया मस्जिद के सभी गेट नमाजियों के लिए बंद कर दिये गये है और केन्द्रीय अर्द्ध सैनिक बलों को मस्जिद और उसके आसपास के इलाकों में तैनात किया गया है।

उत्तर कश्मीर के बारामुला से जम्मू के बनिहाल तक चलेनी वाली रेल सेवाओं पर सुरक्षा कारणों से प्रतिबंध की वजह से रेलवे विभाग को रोजाना लाखों रुपये का नुक्सान हो रहा है। राज्य में लगे प्रतिबंधों से सबसे ज्यादा शिक्षण संस्थान प्रभावित हुए हैं। सरकार ने हालांकि काफी दिन पहले ही स्कूलों के खोलने की घोषणा कर दी थी जिसके बावजूद छात्र स्कूल नहीं आ रहे हैं। घाटी में सुरक्षा के मद्देनज़र भारत संचार निगम लिमिटेड सहित सभी कंपनियों के प्री-पेड सिम पर पांच अगस्त से ही प्रतिबंध लगा हु हालांकिआ है। जिसके कारण सूचना प्रौद्योगिकी और ऑनलाइन तथा अन्य उद्योगों को भारी घाटा हो रहा है। पोस्ट-पेड मोबाइल फोन सर्विस हालांकि शुरू कर दी गयी है।

ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर एवं उसके बाहरी इलाकों में पांच अगस्त से व्यापार एवं अन्य गतिविधियों प्रभावित रही हैं और सड़कों से वाहन नदारद रहे है जिसे सोमवार को देखा गया। शहर के कुछ हिस्सों में हालांकि सुबह सात बजे से तीन घंटे तक दुकान एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठान खुले रहे।

राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों के साथ यात्री वाहन भी सड़कों से नदारद रहे, हालांकि निजी वाहनों के अलावा कुछ अंतर जिला कैब और तिपहिया वाहन कुछ मार्गों पर चलते हुए दिखाई दिये।

घाटी में अन्यत्र स्थानों में गत पांच अगस्त से हड़ताल के कारण स्थिति में कोई बदलाव नहीं देखा गया और जनजीवन प्रभावित रहा है। व्यावसायिक एवं अन्य गतिविधियां प्रभावित रहीे और सड़कों से यातायात नदारद रहे। सड़कों पर हालांकि निजी वाहन एवं कुछ मार्गाें में कैब चलती हुई दिखाई दी।

उप्रेती आशा

वार्ता

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