लखनऊ,05 जुलाई (वार्ता) उत्तर प्रदेश में कानपुर के चौबेपुर क्षेत्र में पुलिस टीम पर हमला करने वाले हिस्ट्रीशीटर अपराधी विकास दुबे का दुस्साहसिक वारदात के दो दिन बाद भी कोई सुराग हाथ नहीं लग सका है।
पुलिस सूत्रों ने रविवार को बताया कि हिस्ट्रीशीटर की गिरफ्तारी पर इनामी राशि को बढ़ा कर एक लाख रूपये कर दिया गया है। क्षेत्र के बिकरू गांव में एक पुलिस उपाधीक्षक समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपी और उसके गुर्गों की तलाश में पुलिस की 50 से अधिक टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं।
कानपुर के अलावा लखनऊ,गोरखपुर,देवरिया,बहराइच और महाराजगंज क्षेत्र में शातिर की तलाश की जा रही है। नेपाल सीमा में तैनात सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) को भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसके अलावा प्रदेश से लगती मध्यप्रदेश,बिहार,उत्तराखंड सीमा पर भी चौकसी बढ़ा दी गयी है। पुलिस शातिर अपराधी को पूर्व में संरक्षण देने वालों पर भी पैनी निगाह रखे हुये है।
सूत्रों ने बताया कि विकास के नेपाल के रास्ते विदेश भागने की आशंका के मद्देनजर बहराइच में इंडो नेपाल सीमा पर सघन तलाशी अभियान जारी है। यहां एसएसबी के जवान हर वाहन की चेकिंग कर रहे है। मोबाइल फोन के इस्तेमाल में बेहद सावधानी बरतने के कारण हिस्ट्रीशीटर की लोकेशन को पता करने में मुश्किल आड़ें आ रही है। उधर शातिर के एक साथी के आज पकड़े जाने के बाद पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ के आधार पर मुख्य आरोपी तक जल्द ही पहुंचा जा सकेगा।
इस बीच पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने कहा कि चौबेपुर के निलंबित थाना प्रभारी विनय तिवारी के बारे में मुखबिरी की मीडिया रिपोर्ट सही नहीं है। थानाध्यक्ष को कर्तव्य के प्रति लापरवाह रवैया अपनाने के कारण निलंबित किया गया है। एसओ को दबिश डालने गई टीम को संकट में छोड़कर भागने, एक दिन पहले हुई घटना को छिपाने और क्षेत्र में इतना बड़ा सूचीबद्ध अपराधी होने के बावजूद उच्चाधिकारियों को सूचित न कराने के आरोपों में निलंबित किया गया है।
प्रदीप
जारी वार्ता